कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। शहर में विधानसभा चुनाव के पहले ई-बस सेवा शुरू हुई थी। वही अब परिचालकों की भर्ती में अब वसूली का मामला सामने आया है। उन्हें अच्छे वेतन का लाभ दिखाकर भर्ती के नाम पर एक-दो लाख रुपये की वसूली की गई। वही चार्जिंग स्टेशन में चालकों ने बुधवार सुबह संचालन ठप कर हंगामा किया।
परिचालकों का कहना है कि भर्ती के दौरान उनसे एक से दो लाख रुपये वसूले गए थे। उन्हें 16-17 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलेगा। लेकिन, इसके बाद उन्हें किलोमीटर के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है। दिनभर बामुश्किल तीन-साढे़ तीन सौ रुपये ही बन पाते हैं। वह गैर जनपदों के रहने वाले हैं। इस हालत में उनका परिवार चलाना मुश्किल है। बस में कोई सवारी को बिना टिकट पर 10 गुना जुर्माना 5,000 वसूला जाते हैं। वहीं, एक दो महीने के लिए नौकरी से हटा दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि उनकी जगह पर फिर रुपये लेकर नए लोगों को भर्ती किया जा रहा है। इससे आक्रोशित होकर पुराने परिचालकों ने हंगामा किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझा-बुझाकर प्रशासनिक अधिकारियों से अपनी बात रखने की बात कही। वहीं, मामले में प्रबंधन कुछ भी करने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि यह रूट में चोरी करते हैं और कार्रवाई करने पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
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