Kanpur, Akanksha Yadav : कुछ कर गुज़रने का जज्बा और हौसला हो तो फिर उम्र मायने नहीं रखती। बस आपकी हिम्मत आपके साथ हो फिर आप कुछ भी कर सकते हैं।
अपनी इच्छाशक्ति के बल पर कानपुर की प्रज्ञा मिश्रित ज्वालामुखी से बने तंजानिया के किलिमंजारो के पहाड़ों पर जाकर आई है। आज प्रज्ञा कानपुर पहुंची। उनके परिवारीजन और इष्टमित्रों ने उनका ढोल नगाड़ो के साथ भव्य स्वागत किया।
यूपी के कानपुर की बेटी प्रज्ञा ने 5 सितंबर 2022 को किलिमंजारो के पहाड़ों पर (5895 मीटर) पहुँच कर एक हैरतअंगेज कारनामा किया । 7 सितंबर 2022 को पहाड़ों से वापसी की । बता दें कि किलिमंजारो पर्वत अफ्रीका का सबसे ऊंचा पर्वत है और सात शिखरों में चौथा सबसे ऊंचा है। यह दुनिया में सबसे लंबा मुक्त-खड़ा पहाड़ है, जिसका उहुरू शिखर 5,895 मी॰ (19,341 फीट) AMSL (औसत समुद्र तल से ऊपर) है। ऐसे एड्वेंचर को आजमाना आसान नहीं लेकिन प्रज्ञा एक खतरों की खिलाड़ी हैं। पहले भी वो माउंट एवरेस्ट 6000मीटर पर पहुंचकर देश व प्रदेश का नाम रोशन कर चुकी है।
कानपुर के हरवंश मोहाल निवासी प्रज्ञा के दो भाई अतुल व पार्थ है। उनकी माता का नाम श्यामलता अवस्थी और पिता का नाम आनंद किशोर अवस्थी है। प्रज्ञा दयाल की ससुराल दिल्ली में है।
वह अपने पति रोहन दयाल के साथ हांगकांग में रहती है । उनके पति citi group में vice president के पद पर हैं। उनकी सास डॉ. मधु दयाल व ससुर डॉ. सुनील दयाल दिल्ली में पेशे से डॉक्टर है ।