सेंट्रल डेस्क। मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिंगायत संप्रदाय की दीक्षा ग्रहण कर ली। कर्नाटक के चित्रदुर्गा में एक प्रसिद्ध लिंगायत मठ है, जिसे मुरुगा मठ के नाम से जाना जाता है। मठ के प्रमुख डॉक्टर शिवमूर्ति मुरूगा शरणरू स्वामी जी से मुलाकात की और कई कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी में मठ के प्रमुख संत ने उन्हें इष्टलिंग दीक्षा दी और नियम के अनुसार उनके मस्तक पर भभूत का त्रिपुण्ड लगाया।
मठ की तरफ से ये घोषणा की गई कि ये एक एतिहासिक क्षण है जब राहुल गांधी लिंगायत संप्रदाय को अपना रहे हैं। बता दे लिंगायत संप्रदाय संत बसवन्ना के सिद्धांतों पर चलने वाला एक संप्रदाय है, जिसमें हर धर्म के लोगों को लिंगायत संप्रदाय अपनाने की आजादी होती है. इस प्रक्रिया के तहत इष्ट लिंग की दीक्षा ग्रहण करने वाले को लिंगायत समुदाय से जुड़ा हुआ मान लिया जाता है। गौरतलब है कि कर्नाटक में 2023 में चुनाव हैं और लिंगायत संप्रदाय का एक बड़ा वोट बैंक है. कर्नाटक में भाजपा का बड़ा वोट बैंक लिंगायत समुदाय ही है।