हरि मंदिर तहां भिन्न बनावा : अपने नए भव्य मंदिर में अलग ही रूप में विराजेंगे रामलला

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अयोध्या, बीपी प्रतिनिधि। अयोध्या में एक ओर भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। वहीं अब रामलला की मूर्ति को लेकर भी नई चर्चा शुरू हो गई है। अपने नए मंदिर में रामलला की बड़ी मूर्ति की स्थापना अचल मूर्ति के तौर पर की जाएगी। यानी प्राण प्रतिष्ठा के बाद उसको एक ही स्थान पर रखा जाएगा। जबकि फिलहाल आप जिस रामलला की मूर्ति का आप दर्शन कर रहे हैं उसे चलायमान मूर्ति के रूप में स्थापित किया जाएगा। यानी कि उत्सव मूर्ति। यह मूर्ति विशेष अवसरों पर रामलला मंदिर परिसर से बाहर भी निकल सकेगी और शोभायात्रा आदि में भी शामिल हो सकेगी।

कुछ यूं होगी राम मंदिर की बनावट।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एक भव्य मूर्ति स्थापना रामलला के नवनिर्मित मंदिर में करना चाहता है। रामलला के जन्म स्थान पर विराजमान रामलला और उनके चारों भाई की मूर्ति लगभग एक फुट ऊंची है। ऐसे में साज श्रृंगार और फूल माला चढ़ने के बाद मूर्तियां पूरी तरह से ढंक जाती है। वर्तमान में रामलला के अस्थाई मंदिर में मात्र 32 फुट की दूरी से रामलला के श्रद्धालुओं को दर्शन दिया जा रहा है। उस पर भी बहुत गौर से ही रामलला की मूर्ति और तीनों भाई नजर आते हैं। ऐसे में ट्रस्ट भव्य मंदिर में नई मूर्ति की स्थापना करेगा।

राम मंदिर ट्रस्ट ने इसके लिए तीन सदस्यीय कमेटी भी बना दी है। जिसमें ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी, सदस्य जगतगुरु माधवाचार्य, विश्व प्रपन्नाचार्य होंगे। नई कमेटी के सदस्यों की जिम्मेदारी होगी कि वह रामानंद संप्रदाय के संतों और धर्माचार्यों से सहमति लेकर भगवान रामलला के भव्य मंदिर की नई मूर्ति के स्वरूप और धातु को लेकर सहमति बनाएं।