अग्निवीरों को बीजेपी दफ्तर की सिक्योरिटी में प्राथमिकता देकर फंस गए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव

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सेंट्रल डेस्क/नई दिल्ली। अग्निपथ योजना को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान वीडियो की शक्ल में सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। जिसमें वह अग्निवीरों को बीजेपी दफ्तर की सिक्योरिटी में प्राथमिकता देने की बात कह रहे हैं। इस बयान के बाद विपक्ष ने सरकार की मंशा को लेकर ही प्रश्न चिह्न खड़े कर दिए है।

दरअसल इंदौर में बीजेपी नेता अग्निपथ योजना की खास बातें समझाने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने यह बयान दे दिया। कैलाश विजयवर्गीय के इस बयान पर पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी और कांग्रेस ने घेर लिया है। सोशल मीडिया पर ही कांग्रेस की ओर से जवाब दिया गया, “अग्निपथ को लेकर सारी शंकाए दूर कर दी- भाजपा के कैलाश विजयवर्गीय ने। ये सत्याग्रह इसी मानसिकता के खिलाफ है।”
वहीं वरुण गांधी ने भी ट्विटर पर वीडियो शेयर करते हुए अपनी पार्टी के नेता पर इशारों-इशारों में तंज कसा है। उन्होंने कहा, “जिस महान सेना की वीरता की गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ, जिनके पराक्रम का डंका सारे विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक।”

कैलाश विजय वर्गीय के बयान पर असदुद्दीन ओवैसी ने भी ट्वीट करते हुए कहा है कि एक सम्मानित नौकरी करने वाले सैनिकों को मोदी की पार्टी यही इज्जत देती है? ओवैसी ने आगे कहा, ‘अफसोस है कि सरकार में एक ऐसी पार्टी है। हमारी सेनाएं पाकिस्तान की तरह कभी राजनीति में शामिल नहीं रही हैं। यही हमारे लोकतंत्र की ताकत है, लेकिन युवाओं के समस्या को सुलझाने के बदले ऐसा करके भाजपा एक खतरनाक खेल रही है। हमने बिना किसी प्लान के नोटबंदी और लॉकडाउन जैसे लिए गए फैसलों का बुरा असर अर्थव्यवस्था और समाज में देखा है। क्या पीएमओ यही अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी करना चाहता है।

विवाद बढ़ता देश बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने सफाई देते हुए ट्वीट किया है कि अग्निपथ योजना से निकले अग्निवीर निश्चित तौर पर प्रशिक्षित एवं कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध होंगे, सेना में सेवाकाल पूर्ण करने के बाद वह जिस भी क्षेत्र में जायेंगे वहां उनकी उत्कृष्टता का उपयोग होगा। मेरा आशय स्पष्ट रूप से यही था। इसका कोई और मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए। विजयवर्गीय ने एक दूसरे ट्वीट में ‘टूलकिट’ का जिक्र करते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।