New Delhi, Beforeprint : नए चुनाव आयुक्त के रूप में अरुण गोयल ने सोमवार को पदभार ग्रहण कर लिया। वह 1985 बैच पंजाब कैडर के पूर्व आईएएस अफसर हैं। अभी बीते शुक्रवार को ही गोयल ने उद्योग सचिव के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले ली थी। उन्हें शनिवार को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया। वह मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडेय के संग काम करेंगे। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय ने अरुण गोयल की नियुक्ति की जानकारी दी।
गुजरात चुनाव के चंद दिन पहले अरुण गोयल को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। इसलिए इस नियुक्ति को अहम माना जा रहा है। मालूम हो कि, गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव कराए जा रहे हैं। जिसको लेकर दो चरणों में वोट पड़ेंगे। पहला मतदान पहली दिसंबर को होना है वहीं दूसरे चरण के लिए पांच दिसंबर की तारीख तय की गई है। चुनाव परिणाम आठ दिसंबर को आने वाले हैं।
गौरलतब है कि अरुण गोयल मूलरूप से पंजाब प्रांत के पटियाला जिले के रहने वाले हैं। वह इसके पहले पंजाब और केंद्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। अरुण गोयल ने अपनी सेवानिवृत्ति से 40 दिन पहले ही वीआरएस लिया था। वह इधर कई वर्ष से केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर थे। हाल में वह प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे। अरुण गोयल को 21 नवंबर 2022 को रिटायर होना था। लेकिन उनके वीआरएस को पंजाब और केंद्र सरकार ने एक ही दिन में पास कर दिया था। तभी से कयास लग रहे थे कि उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद दिया जा सकता है।