स्टेट डेस्क: बिहार सरकार के सरकारी अधिकारियों एवं कर्मियों और उनके आश्रितों के लिए इलाज कराना आसान हो गया है। अब, 15 के स्थान पर 23 रोगों के इलाज पर खर्च की गई राशि की प्रतिपूर्ति (रिम्बर्समेंट) की जा सकेगी। इससे प्रदेश के करीब 4.5 लाख सरकारी अधिकारी और कर्मचारी और उनके आश्रित लाभान्वित होंगे।
राज्य सरकार ने चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति के लिए बहिर्वासी रोगों की सूची में आठ और रोग शामिल करने का निर्णय लिया है। इसके संदर्भ में स्वास्थ्य विभाग के उप सचिव शैलेश कुमार ने पत्र जारी कर दिया।
राज्य सरकार द्वारा समिति से प्राप्त अनुशंसा पर विचार के बाद पहले से शामिल पंद्रह रोगों के अलावा और 8 रोगों को चिकित्सा व्यय के लिए प्रतिपूर्ति की सूची में शामिल करने का निर्णय लिया गया। इसमें रुमेटी गठिया, क्रोहन रोग, अतिगलग्रन्थिता, लाइकेन प्लानस, मस्तिष्क पक्षाघात, पार्किंसन रोग और पेल्विक इन्फ्लामेट्री रोग शामिल हैं। सरकारी कर्मियों को इलाज के लिए विभागीय स्तर से ही मंजूरी लेनी होगी। इसके बाद ही इलाज पर खर्च की गयी राशि की प्रतिपूर्ति की जा सकेगी।