Purnia, Rajesh Kumar Jha: नगर निगम ने जब से ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत की है,तभी से हर महीने सरकारी जमीन से वसूली करने वालों को दिन में तारे नजर आने लगे है। बताते चलें कि जमीन नगर निगम की और वसूली कर रहे है माफिया।कहने का मतलब है “माल महाराज के और मिर्जा खेले होली”।बताते चलें कि शहर में नगर निगम की जमीन पर हर दिन तकरीबन 10 हजार से अधिक लोग सड़क के किनारे रोज सुबह अपनी दुकान लगाते थे और देर शाम अपनी दुकानें समेट कर घर निकल जाते थे। इन्हीं के ऊपर कुछ छुटभैये नेता,ठीकेदार और माफिया इन सबों से वसूली कर मालामाल हो रहे थे। जाहिर सी बात है कि इन छुटभैये नेता,ठीकेदार और माफियाओं के साथ नगर निगम और लोकल थाने की भी मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक एक ठेले से इन माफियाओं,छुटभैये नेताओं और ठीकेदारों को हर दिन कम से कम 100 रुपये वसूलते थे।इन सभी लोगों ने पूरे शहर में एक सिंडिकेट बना रखा था। जिसमें इन लोगों ने अपना-अपना एरिया बना रखा था।हर एरिये में इन लोगों ने इन दुकानदारों से वसूली करने के लिए छुटभैये गुंडे पाल रखे थे।इन सब बातों का खुलासा तब हुआ जब नगर निगम ने ऑपरेशन क्लीन की शुरुआत की।
इसके बाद बिफोरप्रिन्ट की टीम ने जब सड़क पर दुकान लगाने वालों से जानकारी ली तो कई चौंकाने वाली बातें सामने आयी। इन दुकानदारों ने कहा कि सर हमलोग सुबह 5 बजे आते है और देर सगाम 8 बजे तक दुकान बंद करते है। हमलोगों की दुकान चले या न चले,लेकिन इन ठsकेदार को रुपया देना ही पड़ता है।अच्छा हुआ कि नगर निगम सबको हटा दिया।अब हमलोग नगर निगम के द्वारा पूरा फ्री होकर अपना दुकान लगाएंगे। कम से कम इन गुंडों से तो छुटकारा मिला।सोनौली चौक से आगे रमिया देवी(काल्पनिक नाम)तकरीबन 10 वर्षों से सड़क किनारे दुकान चलाकर अपना और परिवार का पेट चला रही थी।रमिया देवी की पति की मृत्यु कुछ वर्ष पहले ही हो चुकी थी।जिस दिन रमिया देवी ने इन गुंडों को रुपये नहीं देते थे तो ये गुंडे कहते थे कि आज रुपया नहीं है तो कोई बात नहीं। तुम्ही चलो और मेरे साथ रहना।रमिया देवी अपनी इज्जत बचाने के लिए इन गुंडों को दूसरे दुकानदार से उधार लेकर रुपये देती थी।लेकिन इन हजारों लोगों को इस बात का शुकुन है कि जिलापदाधिकारी हम लोगों के साथ न्याय जरूर करेंगे।