Purnia, Rajesh Kumar Jha :नगर निगम चुनाव का बिगुल बजने के बाद सभी प्रत्याशियों ने अपना जनसम्पर्क अभियान तेज कर दिया है.सभी प्रत्याशी जनता से घर-घर जाकर मिल रहे है.सभी प्रत्याशी सोशल मीडिया का बेहतरीन इस्तेमाल कर रहे है.क्योंकि सभी प्रत्याशियों को ये मालूम है कि बिना सोशल मीडिया के माध्यम से हम दो लाख वोटर तक आसानी से नहीं पहुंच सकते.क्योंकि गरीब हो या अमीर सबों के हाथों में स्मार्ट फोन है.
इन्हीं सब बातों का ख्याल सभी प्रत्याशियों ने रखा है.मेयर पद के लिये सोशल मीडिया के जरिये जनता तक सबसे अधिक संवाद करने वाले एवं सभी 46 वार्डों में हर घर तक अपनी पहुंच बनाने वाले राजकुमार चौधरी की रणनीति और जनसंपर्क अभियान से विरोधियों की नींद हराम हो गई है.बताते चलें कि जैसे ही मेयर प्रत्याशी के रूप में राजकुमार चौधरी के खड़े होने की बात जनता तक पहुंचने लगी तो विरोधियों के हाथ-पावँ फूलना शुरू हो गया.जिसको लेकर विरोधियों ने राजकुमार चौधरी को बदनाम करने की एक बड़ी साजिश बनाई.
विरोधियों ने राजकुमार चौधरी के नाम का ही एक ऐसे व्यक्ति को ढूंढ निकाला.जो टेंट का काम करता है.जिन्हें कोई जानता भी नहीं है.विरोधियों ने मिलकर एक साजिश के तहत उनका मेयर पद के लिये नामांकन करवा दिया.नामांकन के वक्त टेंट वाले राजकुमार चौधरी ने पारिवारिक सदस्यों की बात को छुपा लिया.लेकिन स्क्रूटनी के वक्त किसी ने निर्वाचन आयोग को इनके बारे में जानकारी दी तो जांच शुरू हो गई.मामले को बिगड़ता देख टेंट वाले राजकुमार चौधरी के हाथ-पावँ फूलने लगे.फिलहाल ये मामला निर्वाचन आयोग की टीम देख रही है.
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