सेंट्रल डेस्क: दिल्ली के जहांगीरपुरी में गुरुवार को कांग्रेस का डेलिगेशन अजय माकन के नेतृत्व में पहुंचा। वे यहां पीड़ित परिवारों से मिलने आए थे। पुलिस ने इस डेलिगेशन को पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं जाने दिया। इन लोगों को उस जगह जाने से भी रोक दिया गया, जहां हिंसा हुई थी।
माकन ने कहा कि हम यहां इसलिए आए हैं ताकि पीड़ितों को धर्म के चश्मे से न देखा जाए। कांग्रेस के बाद तृणमूल कांग्रेस ने भी अपना 5 मेंबर्स का डेलिगेशन जहांगीरपुरी भेजने का फैसला किया है। इसकी अगुआई TMC सांसद काकोली घोष करेंगे। इस बीच हिंसा के 3 आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए गृह मंत्रालय को डोजियर सौंपा जाएगा।
इससे पहले जहांगीरपुरी में ऑपरेशन बुलडोजर पर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जहांगीरपुरी में पहले जैसी स्थिति बरकरार रखी जाएगी। यानी वहां अतिक्रमण पर एक्शन नहीं लिया जाएगा। अदालत ने साफ किया कि यह आदेश पूरे देश पर लागू नहीं होगा।