सेंट्रल डेस्क, पटना। अशोक अश्क राजद प्रमुख लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के महुआ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा से पार्टी में हलचल मच गई है। तेज प्रताप की दावेदारी ने महुआ से विधायक मुकेश रोशन को गहरे संकट में डाल दिया है। सोमवार को जैसे ही मुकेश रोशन मीडिया के सामने आए, तो तेज प्रताप की दावेदारी सुनते ही वह फूट-फूटकर रोने लगे।
उन्हें अब अपनी सीट गंवाने का डर सता रहा है, और यही नहीं, पार्टी के भीतर के कई अन्य नेता भी तेज प्रताप के इस अचानक किए गए ऐलान से हैरान हैं। दरअसल, तेज प्रताप यादव रविवार को हाजीपुर के जोहरी बाजार में एक अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे। जब उनसे महुआ सीट से चुनाव लड़ने की संभावना के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, मैंने महुआ में सड़क बनवाई है, अस्पताल बनवाया है और क्षेत्र का विकास करवाया है।
अगर मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, तो कौन लड़ेगा? तेज प्रताप का यह बयान उनके समर्थकों के लिए उत्साहजनक हो सकता है, लेकिन राजद के मुकेश रोशन के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं था। तेज प्रताप यादव ने 2015 में महुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हसनपुर सीट से टिकट दिया गया था।
तेज प्रताप ने हसनपुर से तो जीत हासिल की थी, लेकिन अब उन्होंने महुआ से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, जो कि मुकेश रोशन के लिए परेशानी का कारण बन गया है। महुआ विधानसभा क्षेत्र में पिछले पांच वर्षों में मुकेश रोशन ने कई विकास कार्य किए हैं, और उनका क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव है। लेकिन अब यह तय है कि अगर पार्टी तेज प्रताप को महुआ से टिकट देती है, तो मुकेश रोशन को अपनी सीट गंवानी पड़ सकती है।
इसके साथ ही, पार्टी अब मुकेश रोशन को कौन सी सीट देगी, यह भी उनके लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। सोमवार को जब मुकेश रोशन मीडिया के सामने आए और तेज प्रताप की दावेदारी की खबर सुनी, तो उनका चेहरा मुरझा गया। वह खुद को इस स्थिति से बाहर निकालने के लिए चिंतित थे और अपने पिछले पांच वर्षों के कार्यों का फल न मिल पाने की चिंता कर रहे थे। उन्होंने कहा, मैंने यहां बहुत काम किया है और अगर अब मेरी सीट चली गई तो मुझे बहुत दुख होगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, तेज प्रताप यादव का यह ऐलान राजद में अंदरूनी समीकरणों को और जटिल बना सकता है। महुआ सीट के लिए तेज प्रताप की दावेदारी से न केवल मुकेश रोशन के लिए संकट पैदा हुआ है, बल्कि पार्टी के लिए भी यह एक गंभीर मुद्दा बन सकता है। पार्टी की अंदरूनी राजनीति और सीटों का बंटवारा अब एक अहम सवाल बन चुका है, जो आगामी चुनावों में राजद की ताकत को प्रभावित कर सकता है।
अब यह देखना होगा कि राजद के शीर्ष नेतृत्व का फैसला किस दिशा में जाता है। क्या वे तेज प्रताप को महुआ से टिकट देंगे या फिर मुकेश रोशन को उसकी मेहनत का सही सम्मान मिलेगा? यह सवाल आने वाले दिनों में पार्टी के भीतर और बाहर दोनों ही जगहों पर चर्चा का विषय बनेगा।