प्रदेश में रोड एक्सीडेंट कम करने में जुटा है परिवहन विभाग
Kanpur, Bhupendra Singh। रोड सेफ्टी को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चला रही है। सरकार का लक्ष्य जल्द से जल्द सड़क हादसों में कमी लाना है, जिसके लिए परिवहन विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री की पहल पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर, सिक्सर किंग युवराज सिंह, दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह, सुरेश रैना समेत तमाम दिग्गज खिलाड़ी उत्तर प्रदेश में सड़क हादसों में कमी लाने के लिए लोगों को जागरूक करते नजर आएंगे।
सिर्फ भारतीय खिलाड़ी ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज समेत 7 अन्य देशों के भी दिग्गज खिलाड़ी इस जागरूकता अभियान का हिस्सा बनेंगे। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग जल्द इन दिग्गज खिलाड़ियों के जरिए लोगों को जागरूक करते ऑडियो और वीडियो संदेश जारी करेगा। जिसमें ये खिलाड़ी लोगों को हेलमेट लगाने, रॉन्ग साइड ड्राइविंग से बचने के साथ ही ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर परिवहन विभाग बीते कई वर्षों से प्रदेश में रोड सेफ्टी को लेकर अभियान चला रहा है। इस कड़ी में यह बिल्कुल अलग और अनोखी शुरुआत है। इसके तहत, परिवहन विभाग दिग्गज देशी-विदेशी खिलाड़ियों की रोड सेफ्टी जागरूकता को लेकर संदेश जारी करेगा। इसके लिए परिवहन विभाग इन खिलाड़ियों को रोड सेफ्टी स्लोगन शेयर करेगा। अपर परिवहन आयुक्त वीके सोनकिया के मुताबिक, इसके लिए परिवहन विभाग ने इन खिलाड़ियों के साथ क्रिएटिव साझा किए हैं।
विभाग की एक टीम जल्द ही इन दिग्गज खिलाड़ियों से मिलेगी और उनसे ये संदेश और स्लोगन आम लोगों के साथ साझा करने का अनुरोध करेगी। इस विषय पर पहले ही सहमति बन चुकी है। इसका जनमानस पर व्यापक असर होगा।
-परिवहन विभाग सड़क दुर्घटनाओं एवं इनमें मरने वालों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए प्रयासरत है।
-मुख्य सचिव ने बीते दिनों परिवहन विभाग के अधिकारियों संग हुई बैठक में वर्तमान वर्ष में रोड एक्सीडेंट व मृतकों की संख्या में 10 प्रतिशत की कमी लाने का लक्ष्य रखा है।
-योगी सरकार ने भी इस कड़ी में स्टेट रोड सेफ्टी काउंसिल का गठन किया है जो रोड सेफ्टी से जुड़े महत्वपूर्ण नीतिगत फैसले ले रही है।
-सरकार ने रोड सेफ्टी के लिए ‘4 ई’ कांसेप्ट की पेशकश की है, जो रोड और व्हीकल से जुड़ी एजुकेशन, इंजीनियरिंग, इनफोर्समेंट और इमरजेंसी केयर को समर्पित है।
-सरकार द्वारा रोड नेटवर्क का साल में दो बार सर्वे करने और ब्लैक स्पॉट को चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं।
-ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए सरकार विश्वकर्मा एप पर काम कर रही है।
-ड्राइविंग स्किल को सुधारने के लिए ऑटोमैटिक ड्राइविंग टेस्ट ट्रैक को कुछ जगहों पर शुरू किया गया है।
-15 जिलों में मॉडल ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट की भी शुरूआत की गई है।
-रायबरेली में ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की जा रही है।
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