अमृत सरोवर का तेजी से गुणवत्तापूर्ण कार्य प्रगति हो : डीएम

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समीक्षा बैठक में बताया कि जिले भर में 7 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। जिलाधिकारी सह जिला जल एवं स्वच्छता समिति के अध्यक्ष शीर्षत कपिल अशोक की अध्यक्षता में आज लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन से संबंधित जिला जल एवं स्वच्छता समिति के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक हुई।

जिलाधिकारी ने कहा कि नवाचार तकनीक अंतर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु सुखेत मॉडल के अनुरूप डंपिंग यार्ड का निर्माण करें। तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए सोख्ता, लीज फीट का निर्माण सुनिश्चित करें। विभाग ने ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु 95 ग्राम पंचायतों का लक्ष्य रखा है। जिसमें से 57 कार्य योजना ग्राम सभा के माध्यम से पारित किया जा चुका है। कहा कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के मानक के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करें। डीएम ने सभी मनरेगा पीओ को निर्देश दिया कि अमृत सरोवर का गुणवत्तापूर्ण तेजी से कार्य प्रगति हो। इन सरोवरों में मछली पालन एवं वृक्षारोपण को बढ़ावा दें। तालाब के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु जीविका दीदी को एक एक तालाब मुहैया कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि किन्नर समुदाय, दिव्यांग ग्रुप एवं कुष्ठ रोगियों के लिए एक एक तालाब मुहैया कराया जाए। ताकि उन्हें समाज में मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।

उन्होंने निर्देश दिया कि अपने जनप्रतिनिधि से समन्वय स्थापित कर बाढ़ आपदा अंतर्गत तत्काल सुरक्षा के लिए तटबंध का निर्माण सुनिश्चित किया जाए।प्रधानमंत्री आवास योजना समीक्षा के क्रम में उन्होंने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि प्रथम किस्त के अनुरूप द्वितीय किस्त का भुगतान 10 दिनों के अंदर यथाशीघ्र सुनिश्चित किया जाए । उन्होंने कहा कि मिशन मोड में एक ही प्रकार का कॉलोनी मॉडल पीएम आवास का निर्माण कराएं।

पेयजल निश्चय योजना की समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर नल जल योजना से छूटे हुए पंचायतवार वार्ड स्तर पर सूची तैयार कर ,ग्राम सभा में पारित कर नल जल योजना को शत प्रतिशत यथाशीघ्र कार्य पूर्ण किया जाए । ताकि कोई भी घर नल जल योजना से वंचित न रह सके। गार्जियंस ऑफ चंपारण पुराने वृक्ष के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि मुखिया के साथ समन्वय स्थापित कर पुराने वृक्षों की सुरक्षा के लिए मिट्टीकरण , गोद भराई, रक्षाबंधन ,पानी की व्यवस्था जैसे कार्य सुनिश्चित करें।

इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा के द्वारा जिले भर में 7 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि जल जीवन हरियाली अंतर्गत कार्य को गंभीरता से लें तथा अपने कर्तव्य एवं दायित्व का ससमय निर्वहन करना सुनिश्चित करें ।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए, जिला परियोजना प्रबंधक जीविका ,जिला पंचायती राज पदाधिकारी, डीपीओ मनरेगा, जिला समन्वयक एलएसबीए ,जिला कृषि पदाधिकारी ,डीपीओ आईसीडीएस, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी मनरेगा पीओ उपस्थित थे ।

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