स्टेट डेस्क: सीएम नीतीश जमुई में समाज सुधार अभियान को लेकर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने शराबबंदी, नशा मुक्ति, बाल विवाह, दहेज प्रथा जमकर आलोचना की। उन्होंने दहेज प्रथा को लेकर कहा कि यह समाज के लिए एक अभिशाप है। इसे खत्म करें और बिना दहेज लिए विवाह करें।
इस दौरान समाज सुधार मंच पर उन्होंने एक अंतरजातीय विवाह कर आए नवविवाहित दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया। साथ ही एक लाख का चेक भी प्रदान किया। वहीं, मंच पर आए नवविवाहित दूल्हा-दुल्हन ने कहा कि हम दोनों ने बिना दहेज लिए विवाह किया हैं। हम आज बहुत खुश हैं।
नवविवाहित दूल्हा दुल्हन ने बताया कि वह अपने परिवार के खिलाफ विवाह किया। जिसे पहले तो परिवार ने नहीं अपनाया फिर कुछ दिनों के बाद सभी मान गए। परिवार के लोगों से आशीर्वाद मिलने के बाद आज वह जमुई में समाज सुधार के मंच पर पहुंच गया। जिसे मुख्यमंत्री ने आशीर्वाद देकर एक लाख नगद का चेक प्रदान किया और नए दूल्हा-दुल्हन जोड़े की भविष्य उज्जवल होने की कामना की।
बता दें कि जमुई के गिद्धौर से आए बबीता पासवान और राहुल मांझी ने बिना दहेज के आदर्श विवाह कर एक मिसाल पेश किया। बबीता और राहुल ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार के खिलाफ जाकर विवाह किया और दहेज मुक्त विवाह किया।
पहले तो लड़के के घर वालों ने हमें नहीं अपनाया फिर कुछ दिनों के बाद सब कुछ सामान हो गया और हमें अपना कर अपना आशीर्वाद दिया। आज हम दोनों बहुत खुश हैं और समाज को संदेश देना चाहते हैं कि बिना दहेज की शादी करें और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के दहेज मुक्त अभियान को आगे बढ़ाएं।