स्टेट डेस्क: बीजेपी नेताओं के द्वारा अजान मामले को लेकर दिए जा रहे बयान से जीतन राम मांझी ने खुद को किनारा कर लिया. उन्होंने हिंदू मुसलमान समरसता की बात कही और कहा इस प्रकार के बयान किसी के निजी हो सकते हैं सामूहिक नहीं. देश संविधान से चलता है ना कि व्यक्ति विशेष से.
कश्मीरी पंडितों को लेकर बनाई गई हालिया फिल्म ‘कश्मीरी फाइल्स’ को लेकर उन्होंने कहा कि कई लोगों की दुर्दशा और तकलीफों को लेकर इसके पहले भी कई फिल्में बन चुकी हैं. इसमें कोई नयापन नहीं है. फिल्में तो दलितों और पिछड़ों के खराब हालात और कुव्यवस्था पर भी बननी चाहिए. हम इसका समर्थन करते हैं.