नई दिल्ली, सेंट्रल डेस्क। पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को हुए अग्निकांड के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवार मौके का मुआयना करने शनिवार की सुबह मनीष सिसौदिया आदि को लेकर पहुंचे। वहां उन्होंने हताहतों के परिजनों से मुलाकात करने के साथ ही अफसरों से घटना के कारणों का पता लगाने का निर्देश दिया। प्रथम दृष्टया पहली मंजिल पर लगे जेनरेटर से आग फैलने की बात सामने आ रही है। फिर भी मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने के आदेश दिए है।
सीएम केजरीवाल ने बताया कि शव इतने क्षत विक्षत हो गए हैं कि शिनाख्त के लिए डीएनए की जांच करेंगे, ताकि पता चले कि किसकी बॉडी, किस परिवार की है। उन्होंने कहा कि घटना में जिनकी मौत हुई है, उनके परिवार को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। जो लोग झुलसे हैं या घायल हुए हैं, उन्हें 50-50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
पश्चिमी दिल्ली के मुंडका इलाके में शुक्रवार को लगी आग पूरी पर काबू तो पा लिया गया पर यह आग 27 लोगों की जिंदगी निगल गई। करीब 12 लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं। दिल्ली के कई हॉस्पिटल में इनका इलाज चल रहा है। कुछ की हालत अभी भी नाजुक है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया है। राष्ट्रपति ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये की मदद देने का ऐलान किया है। अभी भी कई लोग लापता हैं। एनडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी है।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मुंडका आग हादसे पर गहरा दुख जताया। सीएम अरविंद केजरीवाल शनिवार को हादसा स्थल का दौरा करने तकरीबन दस बजे पहुंचे। उन्होंने ट्वीट कर घटना के प्रति अपनी संवेदना जताई है। स्थानीय लोगों ने व्हाट्सएप के माध्यम से अन्य ग्रामीणों को बुला लिया जिनकी मदद से फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के पहुंचने से पहले ही तकरीबन सौ लोगों को दूसरे तल से बचा लिया गया।
गौरतलब है मुडंका की बिल्डिंग में लगी आग बुझाने के लिए 30 से अधिक दमकल की गाड़ियों को दिन से रात तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंची थी। शनिवार भोर से पहले आग पर पूरी तरह से काबू पा लिया गया। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इस घटना पर दुख जताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अग्निकांड में जान गंवाने वालों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से झुलसे लोगों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
दिल्ली सिविल डिफेंस के सूत्रों ने बताया कि अग्निकांड के बाद से 28 लोग गायब हैं, जिसमें 5 पुरुष व 23 महिलाएं शामिल हैं। विभाग ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।
मुंडका व आसपास के ग्रामीणों ने घटना के वक्त बड़ी सूझबूझ का परिचय देते हुए व्हाट्सएप के जरिये अन्य लोगों को सूचना दी। स्थानीय निवासी कुलदीप ने बताया कि हम लोगों ने जैसे ही आग देखी मैसेज करके अपने साथियों को बुला लिया। हमारे पास कोई साधन आग बुझाने का तो था नहीं। तो हमने किसी तरह दूसरे तल से तकरीबन सौ लोगों को निकाल लिया। वरना घटना और भी भयावह हो सकती थी।
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