Kanpur, Beforeprint : भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज (Haritalika Teej) व्रत रखा जाता है। तीज में भगवान शिव, माता पार्वती की मिट्टी की मूर्तियां बनाकर पूजा की जाती है। विवाहित महिलाओं के लिए एक ऐसा व्रत जो उसे विश्वास दिलाता है कि इस व्रत से उनका सुहाग सुरक्षित रहेगा और पति की आयु लंबी होगी। अविवाहित कन्याएं अपने भावी जीवन साथी के लिए यह व्रत करती हैं। इस बार हरतालिका तीज मंगलवार यानी कल पड़ रही है।
तृतीया तिथि 29 अगस्त को 3 बजकर 20 मिनट से लग जाएगी है। उदयातिथि के हिसाब से 30 तारीख को तीज मनाई जाएगी। क्योंकि तृतीया तिथि 30 अगस्त को 3 बजकर 33 मिनट पर खत्म हो जाएगी। प्रातःकाल सुबह 5.58 से लेकर 8.31 हरितालिका पूजा का मुहूर्त शुभ बताया जा रहा है। वही सांय 6.33 से रात्रि 8.51 तक प्रदोष काल में है।
इस व्रत को महिलाएं निर्जल उपवास रखकर पूरा करती हैं। वहीं तमाम महिलाएं न तो दिन में सोती हैं और न ही रात में। पौराणिक मान्यता है कि सबसे पहले माता पार्वती ने शिव की प्राप्ति के लिए इस व्रत रखा था। तभी तो महिलाएं उपवास के दौरान माता पार्वती को सुहाग की वस्तुएं अर्पण करती हैं।