स्टेट डेस्क/ लखनऊ। रविवार को हुई लेखपाल भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग मामले में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की। एसटीएफ ने लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नक़ल करने वाले अभ्यर्थियों और सॉल्वरों समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी गिरफ्तारियां लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोंडा और बरेली से की गई है।
एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नक़ल करवाया जा रहा था। कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिससे गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की शिनाख्त हो सके। सभी के खिलाफ अलग-अलग जिलों में मुकदमा पंजीकृत किया गया है। बरेली में लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान बिहार के नालंदा जिले से आया एक अभ्यर्थी, दूसरे अभ्यार्थी की जगह पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। जीजीआईसी में नालंदा का रहने वाला सॉल्वर अभ्यर्थी, रामपुर के अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा था. सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
पकड़ा गए सॉल्वर अभ्यार्थी का नाम राजीव कुमार है, जो कि बिहार के नालंदा जिले में वार्ड नंबर 7 में रहता है. पूछताछ में बताया गया कि यह रामपुर के अभ्यार्थी रिंकू के स्थान पर परीक्षा देने के लिए आया था. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के 12 मंडल मुख्यालयों के 501 परीक्षा केंद्रों पर रविवार को राजस्व लेखपाल भर्ती परीक्षा हुई। वही गिरफ्तार विजयकांत पटेल ने 10- 10 लाख रु लेकर परीक्षा में पास कराने का जिम्मा लिया था, जिसके लिए उसने कैंडिडेट के कान में ब्लूटूथ लगा दिया था, इसी ब्लूटूथ के जरिए परीक्षार्थी को उसके सवालों के जवाब बताए जा रहे थे।