स्टेट डेस्क: बिहार विधानसभा का बजट सत्र शुरू होते ही सोमवार को विपक्ष के विधायक हंगामा करने लगे। कांग्रेस और माले ने BJP के विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल को बर्खास्त करने की मांग पर अड़ गए। साथ ही राज्य में मॉब लिंचिंग और विधानसभा अध्यक्ष की अवहेलना का भी मुद्दा उठा।
विपक्ष के विधायक बचौल के उस विवादित बयान का विरोध कर रहे थे जिसमें उन्होंने देश के मुस्लिमों से मताधिकार छीनने की बात कही थी। हंगामे पर विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद सरकार ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी।
संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने स्पष्ट कहा, ‘जब तक हमारी सरकार है किसी नागरिक की नागरिकता और मतदान के अधिकार को कोई छीन नहीं सकता है। सभी सुरक्षित हैं।’ सरकार के आश्वासन के बाद भी विधायक नहीं माने और वे हंगामा करते रहे। उन्होंने कार्य मंत्रणा समिति की बैठक की मांग करने लगे। आखिर में विधानसभा अध्यक्ष ने भी इस मामले पर अपनी स्वीकृति दे दी।
क्या है पूरा मामला
हमेशा अपने बयानों से विवाद में रहने वाले बीजेपी के फायर ब्रांड विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने AIMIM के विधायक अख्तरूल इमाम के वंदे मातरम न गाने वाले बयान पर कहा था कि सरकार को मुस्लिम समुदाय से वोट देने का अधिकार छीन लेना चाहिए। हालांकि, BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी इस बयान का तत्काल विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि ये BJP में बकवास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।