Muzaffarpur/Beforeprint : आज स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र मुजफ्फरपुर ,राष्ट्रीय सेवा योजना आरडीएस एवं आर एस कॉलेज इकाई मुजफ्फरपुर, प्रकृति क्लब एमआईटी मुजफ्फरपुर, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मुजफ्फरपुर, राज्य आपदा मोचन बल मुजफ्फरपुर के संयुक्त तत्वाधान में लक्ष्मी चौक, एमआईटी परिसर, पुलिस लाइन एवं आसपास के स्थानों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। इस मेगा अभियान के अंतर्गत सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग के विरुद्ध स्वच्छता श्रमदान एवं जागरूकता अभियान का संचालन किया गया।
इस अवसर पर श्री मोहम्मद साकिब खान कंसलटेंट/डीएम प्रोफेशनल, जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मुजफ्फरपुर ने कहा की सिंगल यूज प्लास्टिक के अंधाधुंध प्रयोग से जहां एक और पर्यावरणीय समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर शहरी क्षेत्रों में गंदगी,जलजमाव व शहरी बाढ़ जैसी भी स्थिति व्याप्त हो जाती है। सिंगल यूज प्लास्टिक से भूजल तथा मृदा भी प्रदूषित हो रही है। उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का जहां तक संभव हो सके, उपयोग नहीं करना चाहिए।
प्रोफेसर विजय कुमार, सिविल इंजीनियरिंग विभाग एवं प्रभारी पदाधिकारी, अर्थक्वेक सेफ्टी क्लिनिक मुजफ्फरपुर ने सिंगल यूज प्लास्टिक के पर्यावरण एवं मृदा पर पड़ रहे प्रभाव की रासायनिक प्रतिक्रिया की व्याख्या करते हुए कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक पृथ्वी पर मानव जीवन, पर्यावरण एवं जैव विविधता के लिए सबसे बड़ा खतरा है। इससे हम लोग इको फ्रेंडली जीवनशैली अपनाकर निपट सकते हैं।
श्री अरविंद चौधरी, टीम कमांडर, एसडीआरएफ, मुजफ्फरपुर ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक हम सबके जीवन के लिए खतरा है तथा इसका प्रयोग आपदाओं को निमंत्रण देना है तथा प्रदूषण को बढ़ावा देना। मानवता की रक्षा के लिए हम सबको सिंगल यूज़ प्लास्टिक का निषेध करना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों ने प्लास्टिक का प्रयोग बंद करे ,प्लास्टिक हटाओ -पर्यावरण बचाओ* जैसे नारों की उद्घोषणा कर आमजन को सिंगल यूज प्लास्टिक के विरुद्ध जागरूक किया तथा संवेदनशील बनाया।
इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र के स्वयंसेवक, एन एस एस स्वयंसेवक, यूथ क्लब सदस्य, एमआईटी प्रकृति क्लब के स्वयंसेवक, एसडीआरएफ जवान , आपदा मित्रों आदि की सक्रिय सहभागिता रही। कार्यक्रम का समापन स्वच्छता शपथ के साथ किया गया।साथ ही, इस अभियान के अन्तर्गत जिले के सभी प्रखंडों में विभिन्न युवा मंडल द्वारा भी ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता श्रमदान के माध्यम से अपना योगदान दिया गया । इस अभियान में मुख्य रूप से एकल उपयोग प्लास्टिक का संग्रहण एवं निपटान का लक्ष्य दिया गया है, जिस पर राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवकों के द्वारा लक्ष्य अनुसार शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य किया जा रहा है।
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