वाराणसी : अभाबासं की बैठक के बाद युवाओं के बीच हुई वैचारिक क्रांति की संचार

वाराणसी

बारी समुदाय के लोग शिक्षा व राजनैतिक चेतना के प्रति हुए संकल्पित

विक्रांतः वाराणसी में अखिल भारतीय बारी संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की संपन्न हुई बैठक ने बारी समुदाय के लोगों के बीच एक नई चेतना का संचार हुआ है। बारी समुदाय के बीच शिक्षा को बढ़ावा देने व राजनैतिक तौर पर चेतनशील व संवेदनशील बने रहने का संकेत दिया है। इस ऐतिहासिक बैठक के बाद खास तौर पर युवाओं ने शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने, सामाजिक कुरूतियों के खिलाफ शंखनाद करने एवं अखिल भारतीय बारी संघ की शाखा को कन्या कुमारी से लेकर काश्मीर तक फैलाने में अहम भूमिका निभानें को कदम बढ़ाया है। इस आशय का अनुभव राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता त्रिलोकी प्रसाद ने साझा की है।

श्री प्रसाद ने दावा किया कि निकट भविष्य में नारी सशक्ति करण व स्वावलंबन की दिशा में संघ कदम बढ़ाएगा।दुसरी ओर अखिल भारतीय बारी संघ के उपाध्यक्ष सह अधिवक्ता रामधनी भारती ने कहा कि पूरे देश में बारी समुदाय का एक मात्र संस्था व संगठन अखिल भारतीय बारी संघ है। इस संगठन के छांव में बारी वंश का हरेक सदस्य रहने को बेताब है। श्री भारती ने दावे के साथ कहा कि सही सोच व समझ रखने वाले बारी वंश के हरेक सदस्य संघ के साथ जुड़े हुए है। अखिल भारतीय बारी संघ के सचिव सह पत्रकार अरूण कुमार विक्रांत ने कहा कि संघ की नई कमिटी में देश के विभिन्न प्रांत के सदस्यों की भागीदारी सुनिश्चित की गई है।

अखिल भारतीय बारी संघ के जुड़े रामशब्द प्रसाद ने कहा कि इस संगठन में सब ठीक ठाक है। उन्होनें कहा कि निकट भविष्य में विभिन्न प्रकोष्ठ का निर्माण होने के बाद सभी को संगठन का दायित्व प्रदान किया जाएगा। उन्होनें बारी वंश के युवा वर्ग से सामाजिक दायित्व का निर्वाह करने का आह्वान करते हुए धैर्य बनाए रखने की बाते कहीं। इसी तरह की मिली जुली प्रतिक्रिया सतना के मनोज कुमार रावत, राष्ट्रीय सचिव मनबोध रावत, गाजीपुर के जय शंकर प्रसाद एवं बिहार के हरेराम प्रसाद ने व्यक्त की है। जब कि अखिल भारतीय बारी संघ के युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष चुने जाने पर शिक्षाविद् सत्येन्द्र कुमार बीनू एवं महासचिव चुने जाने पर अधिवक्ता कमलेश वर्मा नें प्रसन्नता व्यक्त की है।