स्टेट डेस्क। लोकसभा चुनाव के लिए अब एक वर्ष से भी कम समय बचा है। यही कारण है कि टिकट के लिए दावेदारी और गतिविधियां भी बढ़ रही हैं। मजेदार बात यह है कि कानपुर और अकबरपुर संसदीय क्षेत्र (इसमें चार विस सीटें कानपुर नगर की आती हैं) के भाजपा के कई विधायक जैसे सतीश महाना, सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
भाजपा के ये सभी नेता विधानसभा के जरिए लोकसभा की राह तलाश रहे हैं। इनका प्रदेश और केंद्रीय नेतृत्व से भी अच्छा समन्वय माना जाता है। कानपुर से सत्यदेव पचौरी और अकबरपुर से देवेंद्र सिंह भोले भाजपा से सांसद हैं। 75 साल के हो रहे पचौरी को इस बार टिकट मिलने की संभावना कम है। इसलिए दावेदारों की संख्या अधिक है।
पार्टी के कई पदाधिकारी भी अपनी संभावनाओं को टटोल रहे हैं। टिकट के लिए अगस्त से आवेदन शुरू होने की उम्मीद है। दावेदारों ने अपने बड़े नेताओं की कुंडी अभी से खटखटाना शुरू कर दिया है। नगर निगम चुनाव में महापौर प्रमिला पांडेय को दोबारा मैदान में लाने और उन्हें जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना खुद कानपुर से टिकट के बड़े दावेदार माने जा रहे हैं।
टिकट की दावेदारी में सुरेंद्र मैथानी उनके सामने हैं। उन्होंने भी अपने करीबियों के सामने पत्ते खोल दिए हैं। सत्यदेव पचौरी की गोविंद नगर विधानसभा सीट उन्हें हासिल हुई थी, अब इसी तर्ज पर वह कानपुर लोकसभा सीट पर भी आना चाहते हैं।
किदवई नगर के विधायक महेश त्रिवेदी भी दावा कर रहे हैं। वह दो बार यहां से विधानसभा चुनाव जीते हैं। हालांकि वह सिर्फ यहीं नहीं थमे हैं। उन्होंने अकबरपुर सीट की भी दावेदारी की है। अकबरपुर से टिकट की दावेदारी बिठूर के विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी कर रहे हैं। ये सभी विधायक अपनी मंशा की जानकारी करीबियों को पहले ही दे चुके हैं।
कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के अध्यक्ष प्रकाश पाल के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी साल के 365 दिन चुनाव प्रक्रिया में रहती है। केंद्रीय नेतृत्व प्रत्याशी की घोषणा करता है और हम सब कार्यकर्ता मिलकर उसे जिताते हैं। इसी कड़ी में अब 2024 की तैयारी के लिए अभी से तैयारियां शुरू हो गई है।