कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। कुछ दिन पहले ही ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने नई सड़क बवाल के मामलों की जांच के लिए बनाई गईं चार एसआईटी को भंग कर एक नई एसआईटी बना दी थी। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में गठित नई एसआईटी ने बीते दिन अब तक कार्रवाई की समीक्षा की।
डीसीपी ने बताया कि अधिकतर आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। पर आरोपी बिल्डर हाजी वसी अपने बेटे संग अंडरग्राउंड हो गया है। आरोपी मुख्तार बाबा की बेटी भी फरार हो गई है। पुलिस ने दोनों की तलाश में लगातार दबिश दे रही है पर दोनों का पता नहीं चल पा रहा है। एसआईटी ने मुख्तार के करीबी हमजा को भी मामले में आरोपी बनाया है। उसकी भी तलाश जारी है।
तीन जून को कानपुर में नई सड़क पर हुई हिंसा में पुलिस ने बिल्डर हाजी वसी को हयात जफर हाशमी का फाइनेंसर बताया है। इस आधार पर हाजी वसी के साथ उसके बेटे उमर को भी आरोपी बनाया गया है। एसआईटी बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार को एक सप्ताह पहले जेल भेज चुकी है।
प्रेम नगर के शिव मंदिर पर कब्जा करने के मामले में बाबा की बेटी नाज आयशा पर धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इसलिए पुलिस उमर और नाज आयशा को पकड़ने की कवायद में है। डीसीपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि फरार चल रहे दोनों आरोपियों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। विवेचक को भी बदल दिया गया है। पहले विवेचना एसीपी कर्नलगंज त्रिपुरारी पांडेय कर रहे थे अब एसीपी कोतवाली अशोक कुमार सिंह को मुख्य विवेचक बनाया गया है।