गुजरात के बाद अब गोरखपुर में किन्नर घर-घर जाकर वसूलेंगे बकाया गृहकर, नगर निगम देने जा रहा नौकरी

उत्तर प्रदेश

गोरखपुर/बीपी प्रतिनिधि। कर वसूली का गुजरात माडल जल्द ही गोरखपुर में भी लागू होगा। अब तक दरवाजे पर पहुंचकर बधाई गाने वाले किन्नर अब घर-घर जाकर कर वसूलेंगे। नगर निगम बकायदा उन्हें नौकरी देगा। निगम के अफसरों और कर्मचारियों के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर किन्नर इस काम को अंजाम देंगे।

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गौरतलब है कि नगर निगम का सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का बकाया है। किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य कनकेश्वरी गिरि ने इस सिलसिले में नगर आयुक्त से मुलाकात की। नगर आयुक्त ने कहा कि किन्नर अब समाज की मुख्य धारा में शामिल हो रहे हैं। किरन बाबा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन कर किन्नरों को बहुत बड़ा प्लेटफार्म दिया है।

नगर आयुक्त ने बताया कि किन्नरों की प्रतिभा का लाभ नगर निगम भी उठाएगा। किन्नर समाज के युवाओं को कर वसूली के साथ ही कार्यालय में लिपिक और चालक के रूप में नौकरी दी जाएगी। शुरू में दस किन्नरों को नौकरी दी जाएगी। इलेक्ट्रिक बस डिपो में पहले ही तीन किन्नरों को नौकरी दी जा चुकी है। यह किन्नर एक मई से काम शुरू करेंगे।

नगर आयुक्त ने कहा कि महानगर में निर्माण समेत अन्य विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। इससे नगर निगम का भी काम बढ़ा है। किन्नर समाज की सहायता से इन कार्यों और तेजी से पूरा किया जाएगा। महामंडलेश्वर कनकेश्वरी गिरी उर्फ किरन बाबा ने किन्नरों के लिए आवास का मामला उठाया। नगर आयुक्त ने जिला नगरीय विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी विकास कुमार सिंह को बुलाया। उन्होंने आवास के संबंध में जानकारी दी। इस दौरान नंदिनी बाबा, शांति भवानी और सिमरन मौजूद रहीं।

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि गुजरात में इस योजना के परिणाम मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप किन्नरों को समाज की मुख्य धारा में ले आने के लिए सभी संकल्पित हैं।

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