विधानसभा चुनाव : यूपी के 16 जिलों में हुआ 57.58 प्रतिशत मतदान

Politics उत्तर प्रदेश लखनऊ

स्टेट डेस्क/लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण) आज रविवार को संपन्न हो गया। 16 जिलों के 59 सीटों के लिए हुए चुनाव में कुल 57.58 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान प्रातः 7.00 बजे से शुरू होकर सायं 6.00 बजे समाप्त हुआ। उक्त निर्वाचन 16 जनपदों, यथा- हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, फर्रूखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झॉंसी, ललितपुर, हमीरपुर तथा महोबा में अवस्थित 59 विधान सभा क्षेत्रों के लिए हुआ है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने प्रेस विग्यप्ति जारी कर बताया कि सायं 5ः00 बजे तक 16 जनपदों में कुल 57.58 प्रतिशत मतदान हुआ है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष, सुरक्षित एवं शांतिपूर्ण चुनाव हेतु व्यापक इंतजाम एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित किये गये थे। कोविड-19 के दृष्टिगत मतदान दिवस को मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी।

विधान सभा सामान्य निर्वाचन-2022 के लिए होने वाले तृतीय चरण के मतदान में 2.16 करोड़ मतदाताओं (1.16 करोड़ पुरूष, 99.9 लाख महिला तथा 1060 तृतीय लिंग) में से जनपदों से प्राप्त सूचना के अनुसार सायंकाल 5ः00 बजे तक 57.58 प्रतिशत मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया गया। उल्लेखनीय है कि मतदान का आधिकारिक समय सायंकाल 6ः00 बजे तक है तथा 6ः00 बजे तक मतदेय स्थल पर उपस्थित सभी मतदाताओं को मतदान का अवसर प्रदान किये जाने हेतु जनपदों को निर्देशित किया गया है। इसके दृष्टिगत मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी होना स्वाभाविक है, जिसके सम्बन्ध में पृथक से सूचित किया जायेगा।

मतदान की प्रक्रिया को स्वतंत्र एवं निष्पक्ष बनाये रखे जाने के उद्देश्य के लिए प्रभावी पर्यवेक्षण हेतु कुल 13903 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका पर्यवेक्षण जिला निर्वाचन अधिकारी, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं भारत निर्वाचन आयोग तीनोें स्तर पर किया गया। उक्त के अतिरिक्त 1342 मतदेय स्थलों पर वीडियोग्राफी की भी व्यवस्था की गई थी।

तृतीय चरण में कुल 641 आदर्श मतदान केन्द्र, 129 समस्त महिलाकर्मी मतदेय स्थल बनाये गये थे, जिससे मतदाताओं को सुखद निर्वाचन प्रक्रिया की अनुभूति हो सके। पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए जनपदों में व्हील चेयर एवं जगह-जगह पर वॉल्यून्टियर की व्यवस्था की गई थी, जो कि पीडब्ल्यू मतदाताओं की सहायता के लिए उपलब्ध थी।

तृतीय चरण के मतदान हेतु पोस्टल बैलट हेतु अर्ह 04 श्रेणियां (यथा- 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता, दिव्यांग, अनिवार्य सेवायें तथा मतदान कार्मिक) कुल 62062 मतदाताओं को पोस्टल बैलट निर्गत किया गया, जिसमें से 52043 मतदाताओं द्वारा पोस्टल बैलट कास्ट किया गया। 80 वर्ष की आयु से अधिक के मतदाता एवं दिव्यांग मतदाताओं में जिनके द्वारा पोस्टल बैलट का विकल्प चुना गया था, उनके पते पर जाकर मतदान दल द्वारा मतदान कराया गया।

प्रक्रिया को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी बनाये जाने हेतु मतदान दल के साथ एक माइक्रो आब्जर्वर तथा वीडियोग्राफर की तैनाती की गई थी एवं प्रत्याशियों को सम्पूर्ण प्रक्रिया को देखने हेतु स्वयं अथवा अपने अभिकर्ता को भेजने के लिए मतदान दल का शिड्यूल उपलब्ध कराया गया था एवं इस श्रेणी के अर्ह मतदाताओं की सूची भी प्रत्याशियों को उपलब्ध कराई गई थी। इस मतदान प्रक्रिया की पूरी वीडियोग्राफी कराई गई है। उपरोक्त के अतिरिक्त कुल 53951 सेवा मतदाताओं को भी रिटर्निंग अधिकारी द्वारा इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से (ईटीपीबीएस) पोस्टल बैलट का प्रेषण किया गया।

तृतीय चरण के निर्वाचन में कुल 59 विधान सभा क्षेत्रों में 627 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से 97 महिला प्रत्याशी हैं। उपरोक्त में से 192 प्रत्याशी अनुसूचित जाति एवं 01 प्रत्याशी अनुसूचित जनजाति के हैं। उपरोक्त में से विधान सभा क्षेत्र 104-एटा, 227-मेहरौनी तथा 230-महोबा से अधिकतम 15 प्रत्याशी एवं 110-करहल से न्यूनतम 03 प्रत्याशी मैदान में हैं।

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उक्त चुनाव में कुल 25794 मतदेय स्थल तथा 15557 मतदान केन्द्र थे। कोविड-19 के दृष्टिगत भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1250 तक रखने के निर्देश दिये गये थे। सभी मतदेय स्थलों पर रैम्प, शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराये जाने के निर्देश जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिये गये थे। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा 52 सामान्य प्रेक्षक, 16 पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे। उक्त के अतिरिक्त 2235 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 273 जोनल मजिस्ट्रेट, 832 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 3069 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे।