कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञ और केजीएमयू लखनऊ के डॉक्टर मिलकर अत्याधुनिक चिकित्सीय उपकरण बनाएंगे। यह मेक इन इंडिया पर आधारित होगा, जिससे न सिर्फ डॉक्टरों को इलाज में सहूलियत मिलेगी, बल्कि मरीज भी जल्द ही बेहतर हो सकेंगे। यह योजना स्कूल ऑफ इंटरनेशनल बायोडिजाइन- शाइन फेलोशिप प्रोग्राम से संभव होगी, जिसे दोनों संस्थानों ने लांच किया है।
फेलोशिप के अंतर्गत साल भर के लिए 60 हजार रुपए महीने मिलेंगे। यह भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इसमें शोधार्थियों और विशेषज्ञों को उपकरण विकसित करना होगा। आईआईटी के विशेषज्ञ इस कार्य के लिए सहयोग करेंगे।
बायोमेडिकल साइंस एंड बायो इंजीनियरिंग के प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय ने बताया कि फेलोशिप में शोधार्थी डॉक्टरों के बीच जाएंगे। वहां ऑपरेशन, जांच, ओपीडी, वार्ड समेत अन्य व्यवस्थाओं को देखेंगे। उन्हें समस्याओं और कुछ नया करने का आइडिया मिलेगा, जिस पर अपना प्रोटोटाइप मॉडल विकसित कर सकेंगे।