कानपुर, बीपी प्रतिनिधि : यूपी के चर्चित बिकरू कांड संलिप्तता पाए जाने पर तीन लेखपालों की वेतन बढ़ोत्तरी रोक दी गई है। इन पर आरोप है कि इन्होंने पुलिस एनकाउंटर में मारे गये माफिया विकास दुबे के दबाव में अपना काम ठीक तरीके से नहीं किया। वहीं कानपुर देहात के एक रिटायर लेखपाल पर कार्रवाई के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी गई है। जिला प्रशासन ने रिपोर्ट शासन को सौंप दी है।
एडीएम फाइनेंस दयानंद प्रसाद ने बताया कि लेखपाल ऋषभ दुबे, सुशील कुमार द्वितीय और अनिल कुमार को अनैतिक रूप से विकास दुबे का पक्ष लेने के दोषी माना गया है। इनकी वेतनवृद्धि रोक दी गई है।
लेखपाल रामेश्वर और बालादीन तकरीबन साल पहले रिटायर हो चुके हैं। जबकि लेखपाल राम किशोर और कानपुर देहात में तैनात लेखपाल कमलेश कुमार की मौत हो चुकी है। लेखपाल रविप्रकाश को जांच के बाद बहाल किया गया है। एक अन्य रिटायर लेखपाल प्रकाश नारायण पर कार्रवाई के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी गई है।
विकास दुबे को पहुंचाया अनैतिक लाभ
बिकरू कांड के बाद कई लोगों पर जमीन पर अवैध कब्जे के मामले सामने आए थे। इस पर शासन के आदेश पर SIT जांच शुरू की गई। जांच में नौ लेखपालों को दोषी माना गया।