एएनएम की लापरवाही से बच्चे की मौत, मोमबत्ती की रोशनी में कराया गया प्रसव

उत्तर प्रदेश

शाहजहांपुर, चंद्रकांत दीक्षित। कलान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम की लापरवाही से नवजात बच्चे की मौत गई। प्रसव केन्द्र पर मोमबत्ती की रोशनी में प्रसव कराया गया। क्षेत्र निवासी एक युवक ने रुपए लेकर प्रसव कराने का आरोप लगाया है। उसका आरोप है कि प्रसव केन्द्र पर बगैर रुपए लिए प्रसव नहीं कराया जाता। प्रसव केन्द्र पर प्रसूता के परिजनों से रुपए लेने की शिकायतें आम होती जा रही हैं। प्रसूता के पति ने स्वास्थ्य मंत्री व उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर दोषी एएनएम के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।

तहसील कलान क्षेत्र के गांव पिलुआ निवासी कृपाल पुत्र धनीराम कश्यप ने दिए शिकायती प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि बीती 31 जुलाई को वह अपनी पत्नी साधना को प्रसव पीड़ा होने पर प्रसव हेतु प्राथमिक स्वास्थ केंद्र कलान स्थित प्रसव केन्द्र पर लाया था।जहां ड्यूटी पर तैनात एएनएम शबनम ने पहले तो भर्ती करने से मना कर दिया। जब उसने शबनम से काफी अनुरोध किया तो शबनम ने तीन हजार रुपये की मांग की। उसने बताया कि उसके पास तीन हजार रुपये नहीं थे।दो हजार रुपये थे।दो हजार रुपये देकर अपनी पत्नी को भर्ती कराया।

उसका आरोप है कि प्रसव केन्द्र पर लाइट नहीं थी। जनरेटर भी नहीं चलाया गया। मुझसे मोमबत्ती मंगवाकर मोमबत्ती की रोशनी में मेरी पत्नी साधना का प्रसव कराया गया। अंधेरे में एएनएम की लापरवाही से मेरे बच्चे की मौत हो गई। जिससे मैं और मेरा परिवार काफी आहत है।उसने स्वास्थ्य मंत्री,जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र भेजकर रिश्वतखोर व लापरवाह एएनएम के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग की है।उधर जब इस संबंध मे मुख्यचिकित्साधिकारी शाहजहांपुर से बात की गई तो उन्होंने बताया मुझे संबंध में कोई जानकारी नहीं है।शिकायत मिलने पर जांचोपरांत दोषी एएनएम के विरुद्ध उचित कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में अब देखना यह है कि स्वास्थ्य महकमे के अधिकारी एएनएम के विरुद्ध क्या कार्रवाई करते हैं।यह तो अभी भविष्य के गर्भ में है।

मुख्यमंत्री के आदेश का नहीं करते पालन, रात्रि में नहीं रुकते प्रभारी चिकित्साधिकारी कलान
प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को स्पष्ट और सख्त निर्देश दिये हैं कि समय पर अफसर कार्यालय पहुंचें तथा अफसर रात्रि मे तैनाती स्थल पर ही रुकें। लेकिन प्रभारी चिकित्साधिकारी कलान डॉक्टर दिनेश यादव न तो समय से आते हैं और रात्रि मे तैनाती स्थल पर भी नहीं रुकते। जिससे रात में थाने पर आए घायल फरियादियों का मेडिकल भी नहीं हो पाता है।