कानपुर/भूपेन्द्र सिंह। मंगलवार को महाशिवरात्रि का पर्व शहर के सभी छोटे-बड़े मंदिरों में विधि विधान के साथ मनाया जाएगा इसके लिए दिन भर मंदिर प्रशासन व जिला प्रशासन के लोग तैयारियों पर अंतिम रुप देने में प्रयासरत रहे महाशिवरात्रि पर को देर रात तक शिवालयों में पूजन अर्चन होगा। श्रद्धालु चार पहर भोलेनाथ का पूजन कर सुख समृद्धि की कामना करेंगे। प्रभु के दर्शन को मंगलवार रात 12 बजे से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। भोर पहर मंदिरों के पट खुलेंगे और फिर हर-हर महादेव के जयघोष के साथ श्रद्धालु प्रभु का जलाभिषेक करेंगे।
आनंदेश्वर मंदिर में गर्भगृह में श्रद्धालुओं को प्रवेश तो मिलेगा और वह पूर्व की भांति ही बाबा को स्पर्श कर उन पर जलाभिषेक दुग्ध अभिषेक कर सकेंगे। कोविड-19 कॉल का भी पालन कराने के लिए मंदिर प्रबंधन पूरी तरह चाक-चौबंद व्यवस्था कर रहा है ताकि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। महाशिवरात्रि पर 1 मार्च को देर रात तक दर्शन पूजन होगा। आनंदेश्वर मंदिर में तो मंगलवार की रात 12 बजे से ही श्रद्धालु नंगे पांव ही मंदिर पहुंचने लगेंगे। यही स्थिति सिद्धनाथ महादेव मंदिर की होगी।
यहां भी मंगला आरती के समय तक आठ से दस हजार श्रद्धालु कतार में खड़े हो जाएंगे। मंगला आरती के समय प्रभु की एक झलक मिल जाए इसके लिए श्रद्धालु लालायित रहेंगे। बनखंडेश्वर महादेव मंदिर, जागेश्वर महादेव, नागेश्वर महादेव मंदिर हो या फिर खेरेश्वर धाम हर जगह श्रद्धालुओं की भारी भारी भीड़ रहेगी। मंदिरों में कोविड नियमावली का पालन कराने के साथ ही दर्शन-पूजन की व्यवस्था की जाएगी। बाबा आनंदेश्वर मंदिर के गर्भगृह में पूजन के लिए सीमित संख्या में ही श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।
अन्य मंदिरों में भी भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए विशेष प्रबंध किए जा रहे हैं। महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या तक शहर के मंदिरों पर दिन भर साज-सज्जा का दौर चलता रहा। मंदिरों के प्रबंधतंत्र की बैठकों का भी लंबा दौर चला। कोविड काल में दर्शन-पूजन के लिए विशेष तैयारियां की गईं। बाबा आनंदेश्वर मंदिर परमट में भी सोमवार को दिनभर सजावट होती रही। परमट मंदिर के महंत अरुण भारती महाराज ने बताया कि महाशिवरात्रि पर कोविड नियमावली के मुताबिक ही श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
मंगला आरती के समय सिर्फ संत और सेवक ही गर्भगृह में प्रवेश कर पाएंगे। इसके बाद भक्तों को प्रवेश दिया जाएगा। वहीं, नवाबगंज स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर में भी तैयारियां तकरीबन पूरी हो चुकी है। मंदिर समिति के महामंत्री प्राण श्रीवास्तव ने बताया कि शारीरिक दूरी के मानक और मास्क का पालन सख्ती से कराया जाएगा। मंदिर में श्रद्धालु सिर्फ दर्शन करेंगे, अभिषेक व पूजन के लिए किसी को भी मना नहीं किया जाएगा। दिव्यांग महिलाओं व बुजुर्गों की कतार अलग रहेगी।
जाजमऊ स्थित सिद्धनाथ धाम में दर्शन पूजन विधि-विधान से होगा। बालयोगी अरुण चैतन्यपुरी ने बताया कि महिलाओं व पुरुषों की कतार अलग-अलग होंगी।आनंदेश्वर मंदिर जाने वाले भक्त ग्रीन पार्क चौराहा के पास स्थित प्राथमिक स्कूल के नजदीक वाहन पार्क करेंगे। वहां बेरीकेङ्क्षडग भी लगाई जाएगी, ताकि कोई भक्त वाहन लेकर मंदिर की तरफ न जाए। इसी तरह टेफ्को नाले के पास भी बेरीकेङ्क्षडग की जाएगी। नाले के किनारे ही पार्किंग की व्यवस्था होगी। सिद्धनाथ मंदिर जाने वाले भक्तों को बरगद के पेड़ के पास पार्किंग की सुविधा दी जाएगी। कोई भी भक्त मंदिर की तरफ वाहन लेकर नहीं जाएगा।
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