लखनऊ/बीपी डेस्क : उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से योगी सरकार ने दिल्ली एनसीआर से जुड़े सटे गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के अलावा हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत और लखनऊ में सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। इसके साथ योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल पर फोकस करने के लिए कहा है, ताकि कोरोना की चौथी लहर की संभावना को रोका जा सके। यह फरमान उस वक्त आया है जब कोरोना का नया वेरिएंट ओमीक्रोन एकई देशभर में पैर पसार रहा है।
इसकी वजह एक तो स्कूल-कालेज खुल चुके हैं और ज्यादातर लोगों ने मास्क लगाना भी बंद कर दिया है। यह कहना है गणितीय सूत्र माडल के आधार पर कोरोना की भविष्यवाणी करने वाले भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के विज्ञानी पद्मश्री प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल का। उन्होंने बताया कोरोना वैक्सीनेशन होने और 90 प्रतिशत लोगों में हर्ड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। इस वजह से पुराने म्यूटेंट का प्रभाव अब ज्यादा नजर नहीं आता है, लेकिन अगर लोग सुरक्षात्मक प्रक्रिया में लापरवाही करेंगे तो ये म्यूटेंट फिर से अपना असर दिखा सकते हैं।
जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, उन पर इसका ज्यादा असर नजर आ सकता है। उनके मुताबिक हाल ही में विभिन्न शहरों में कोरोना वायरस के जो नए केस सामने आए हैं, यह इसी का परिणाम हैं। इन केसों की संख्या इतनी कम है कि इसे चौथी लहर नहीं कहा जा सकता है। लोग वायरस के संक्रमण से बचने के लिए मास्क लगाकर निकलें और सैनिटाइजर आदि सुरक्षात्मक तरीकों का इस्तेमाल करते रहें। स्कूल-कालेजों में बच्चों को भी मास्क लगाने के लिए कहें और जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीनेशन नहीं कराया है, वह वैक्सीनेशन जरूर करा लें। प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल कोराना संक्रमण काल में दूसरी और तीसरी लहर में भी गणितीय माडल प्रस्तुत कर चुके हैं। इसमें उन्होंने देश के कई राज्यों में कोरोना की स्थिति स्पष्ट की थी, जिसमें राज्यों में कोराना का पीक टाइम और खत्म होने का सटीक अनुमान लगाया गया था।