भाजपा व सपा-रालोद में सीधी टक्कर के आसार
चुनाव डेस्क। यूपी विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीटों पर दस फरवरी को मतदान होना है। ये क्षेत्र किसान आंदोलन से प्रभावित रहा है। यहां जाट और मुसलमानों का सत्ता विरोधी वोट, किसानों की नाराजगी की चर्चा भाजपा की नींद उड़ाने का कारण बना है। दलों के प्रत्याशी, उनके समर्थक व्यक्तिगत तौर पर मतदाताओं से मिल रहे हैं। मतदानस्थल व बूथों पर कार्यकर्ताओं की तैनाती कर दी गयी है। भाजपा ने पन्ना प्रमुखों पर भरोसा जताया है। कुल 11 जिलों की 58 सीटों पर 623 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 156 दागी और 280 करोड़पति प्रत्याशी मैदान में हैं। सत्ता पार्टी भाजपा, समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन, बहुजन समाज पार्टी, कांग्रेस के प्रत्याशी मुकाबले में हैं। पर सीधी लड़ाई भाजपा और सपा-रालोद के बीच दिख रही है।
खास बातें
1-यूपी की 58 सीट पर पहले चरण में मतदान होगा, जिसमें करीब दो करोड़ 27 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे
2-उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए मंगलवार को शाम पांच बजे प्रचार समाप्त खत्म
3-पहले चरण में प्रदेश के 11 जिलों की 58 सीट पर 10 फरवरी को मतदान होगा.
4-चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत लगाई
5-कोविड-19 महामारी के मद्देनजर निर्वाचन आयोग द्वारा लगाई गईं पाबंदियों के कारण ज्यादातर चुनाव प्रचार वर्चुअल माध्यम से हुआ
6-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के चुनाव अभियान की अगुवाई की
7-पीएम मोदी ने यूपी की ”डबल इंजन सरकार” की उपलब्धियों का विस्तार से जिक्र किया
7- चुनाव प्रचार में दौरान सपा-रालोद का गठबंधन बीजेपी के मुख्य निशाने पर रहा
8-पहले चरण के चुनाव प्रचार के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कैराना से पलायन का मुद्दा भी हावी रहा।
9- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया।
10-मंत्री अमित शाह ने प्रचार के दौरान मथुरा में घर-घर जाकर प्रचार भी किया।
11-सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में गठबंधन ने भी जमकर प्रचार किया।
12-पहले चरण के चुनाव प्रचार के दौरान अखिलेश और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कई स्थानों पर संयुक्त रूप से संवाददाता सम्मेलन किए।
13– समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) का चुनाव प्रचार मुख्यतः किसानों के मुद्दों के इर्द-गिर्द रहा।
14– सपा और आरएलडी सत्तारूढ़ भाजपा पर लगातार झूठ बोलने का आरोप लगाते रहे।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने आगरा में रैली की और विभिन्न मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ-साथ विपक्षी दलों पर भी हमला किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने भी पहले चरण में मतदान वाले विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया और घर-घर जाकर वोट मांगे।