हरदोई/छोटू द्विवेदी। सवायजपुर विधानसभा में त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार बन रहे हैं। वर्तमान भाजपा विधायक माधवेंद्र सिंह रानू का क्षेत्र में काफी विरोध नजर आ रहा है। सत्ता पक्ष में ब्राह्मणों को खुले मंच से गरियाना गले की हड्डी बनता दिखाई दे रहा है।
सवायजपुर विधानसभा की जनता इस बार रानू को विधायक बनते नहीं देखना चाहती है। विधायक व भाजपा प्रत्याशी रानू सिंह पर ब्राह्मणों का विरोध भारी पड़ रहा है, विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों का दबी जुबान कहना है कि विधायक के प्रतिनिधि की मनमानी कही ना कही विधायक को भारी पड़ रही है। वहीं हरदोई के प्रतिष्ठित समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू का सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र से ताल ठोंकना रानू की मुश्किलें बढ़ाने का काम कर रहा है।
विधायक रानू ने मंत्री जितिन प्रसाद का पाली में कार्यक्रम लगाकर ब्राह्मणों को साधने की कोशिश की। हालांकि ब्राह्मण रानू की तरफ जाने से परहेज करता नजर आ रहा है। ग्रामीणों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि ब्राह्मण इस बार राहुल तिवारी के साथ भी जाने का मन बना रहा है, जोकि वर्तमान बीजेपी विधायक माधवेंद्र सिंह के लिए घातक साबित होगा। पम्मू के साथ यादव के साथ दूसरी जाति का मतदाता जुड़ने से परहेज कर रहा है। हालांकि कुछ मतदाता क्षेत्र में ऐसे होते है, जो हवा का रुख देख कर मतदान करते हैं।
वहीं मतदाता जीत का टर्निंग पॉइंट साबित होते है। हालांकि ग्रामीणों की माने इस बार वर्तमान विधायक सहित अन्य राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की जीत आसान नहीं है, जिससे सभी राजनीतिक दलों में ब्राह्मण मतदाताओं को रिझाने की पुरजोर कोशिश चल रही है। हालांकि सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र का ब्राह्मण किसी भी प्रत्याशी को हराने और जिताने का माद्दा रखता हैं।
अब देखने वाली बात यह होती है कि किसकी ओर ब्राह्मण मतदाता जाता है और उसे जीत का स्वाद चखाने में मददगार साबित होता है। राहुल तिवारी मज़बूत इसलिए दिख रहे हैं कि उनके साथ बसपा के कैडर वोट के साथ ब्राह्मण जातीय समीकरण सटीक बैठ रहा है। हालांकि अभी सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन ये तो आने वाला 10 मार्च बताएगा कि जीत किस प्रत्याशी की किस्मत बदलती है।
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