कानपुर : होली को ले हुआ बसों का संकट, बस अड्डे पर हलकान हो रहे यात्री

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कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पिछले दो साल से पर्व-त्योहारों पर बस औपचारिकता ही निभाई जा रही थी। लेकिन, इस बार कोरोना का प्रभाव कम होने के चलते लोगों में होली का उत्साह अलग ही दिखायी दे रहा है। होली की उमंग का असर बसों, ट्रेनों और फ्लाइट पर भी दिखाई पड़ रहा है।

गुरुवार तड़के से ही मेजर सलमान बसअड्डा, झकरकटी में यात्रियों की भारी भीड़ दिखाई देने लगी। भीड़ का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि सुबह 6 से 9 बजे के बीच दिल्ली से 23 बसें कानपुर आईं तो कानपुर से पूर्वांचल को 31 और लखनऊ को 27 बसें गईं। बाकी रूटों की भी सवारियां सुबह से ही बस अड्डे पर पहुंचने लगी थीं। हालांकि, जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, यात्रियों की भारी भीड़ तो बढ़ी ही, उनकी दिक्कतें भी बढ़ती गईं।

बसों की सटीक जानकारी नहीं होने से यात्री इधर-उधर भटकते रहे तो तमाम दावों के बावजूद कुछ रूटों की बसें काफी मशक्कत के बाद मिलीं। खासकर रायबरेली रोड पर गाड़ियां ना होने के चक्कर में यात्रियों और रोड पर गाड़ियों को पकड़ रहे हैं। 45 सीटर बस में करीब 60 आदमी सफर करने को मजबूर हो रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत बनी इस बस अड्डे पर यात्री सुविधाओं का अभाव। बैठने के लिए शेड नहीं होने से यात्री तेज धूप में तप गए और बसों की आड़ में खड़े होते देखे गए। पीने के पानी की भी समुचित व्यवस्था नहीं दिखी।

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