Kanpur : युवक की हत्या के मामले में चार लोगों पर मुकदमा दर्ज

उत्तर प्रदेश कानपुर

Kanpur : नौबस्ता पुलिस ने युवक की हत्या के मामले में चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। युवक एक युवती के अपहरण और हत्या के आरोप में जेल में बंद था। 2 अक्टूबर को जमानत पर बाहर आया था। शनिवार को उसका जला हुआ शव मिला था। युवक के पिता ने युवती के घर वालों के खिलाफ तहरीर देकर हत्या का आरोप लगाया। आज शव का पोस्टमार्टम होगा। युवक के पिता ने बताया, आरोपियों ने अपनी बेटी का बदला लेने के लिए ठीक उसी तरह मेरे बेटे को भी जिंदा फूंक दिया। इसके बाद साजिश के तहत एक सुसाइड नोट भी मौके पर छोड़ दिया है।

वहीं मृतक अमित के पिता अशोक कुमार ने बताया, हाईकोर्ट से जमानत मिलने पर 2 सितंबर को बेटे अमित जेल से बाहर आया था। इसके बाद से वह फिर से अपने आरओ के इंस्टॉलेशन और मेंटीनेंस का काम शुरू कर दिया था। जमानत से झल्लाए ज्योति के परिजनों ने बदला लेने के लिए हमारे बेटे की हत्या की प्लानिंक शुरू कर दी।

मृतक ज्योति के पिता संतोष कुमार मिश्रा, उनकी पत्नी सावित्री देवी, भाई अमन मिश्रा और एक रिश्तेदार आनंद तिवारी ने साजिश के तहत आरओ की कंप्लेन करके बुलाया। इसके बाद भौती में जलाकर मार डाला। पुलिस को गुमराह करने के लिए मौके पर एक सुसाइड नोट भी छोड़ दिया।

डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार के अनुसार तहरीर के आधार पर ज्योति के परिजनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस जल्द ही पूरे मामले का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजेगी।

सुसाइड नोट से गुमराह करने की कोशिश
अमित के अधजले शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है, मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। ज्योति के परिजनों के तमाम आरोप हैं। डीसीपी साउथ ने कहा, शुरुआती जांच में नोट फर्जी दिख रहा है। कुछ ऐसी बातें लिखी हैं, जिससे आशंका है कि नोट किसी वकील ने लिखा है। मरने से पहले किसी के लिए इतना विस्तृत और टेक्निकल सुसाइड नोट लिखना असंभव है।

नोट का खेल इसलिए खेला गया, जिससे पूरा शक केवल और केवल ज्योति के परिजनों पर ही जाए। इसलिए गहनता से छानबीन की जा रही है। फोरेंसिक एक्सपर्ट का कहना है कि जो भी शव जलाएगा वह शरीर के ऊपरी हिस्से में ज्वलनशील पदार्थ डालेगा। यहां निचले हिस्से में पड़ा है। कुल मिलाकर अभी कई सवाल अनसुलझे हैं।

अमित हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस के रडार पर ज्योति मिश्रा हत्याकांड की दूसरी आरोपी विमल पासवान पर है। ज्योति मिश्रा हत्याकांड में अमित के साथ विमल भी जेल गई थी। इस हत्याकांड से सीधे तौर पर विमल को फायदा मिलने वाला था। दोनों ही ज्योति मिश्रा हत्याकांड में जमानत पर जेल से छूटे थे। अमित की कॉल डिटेल में विमल की सेकेंड लास्ट कॉल मिली है। मौत से पहले अमित की विमल से कई बार बात हुई है। संदेह के चलते पुलिस ने विमल को भी हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

हत्याकांड की जांच कर रही पुलिस ने अमित की कॉल डिटेल और लोकेशन की जांच की तो सामने आया कि अमित चकेरी से सीधे भौती गया था। अमित ने अपनी मां से भले ही कहा था कि वह नौबस्ता में आरओ ठीक करने जा रहा है, लेकिन लोकेशन में चकेरी से सीधे भौती गया है। अमित की नौबस्ता में लोकेश नहीं मिली है।