Adarsh : कानपुर में बादशाहीनाका थाना क्षेत्र के सब्जी मंडी से चार दिन पहले लापता हुए मासूम की हत्या कर शव नव निर्माणाधीन थाने के पीछे स्थित महिला शौचालय में फेंक दिया गया। शुक्रवार देर शाम मासूम का शव मिलने पर परिजनों ने इलाके के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया।
बवाल की आशंका के चलते भारी फोर्स संग मौके पर पहुंचे एडीसीपी पूर्वी ने लोगों को समझा बुझाकर मामला शांत कराने का प्रयास किया। इसके साथ ही फोरेंसिक टीम मौके से साक्ष्य एकत्रित किए। मूलरूप से बिल्हौर निवासी भीम सोनकर उर्फ टीटू पत्नी ममता बच्चे रूमी, काका, कृष्णा, लोको व विराट सोनकर (07) के साथ बादशाही नाका सब्जी मंडी में रहते हैं।
टीटू सब्जी के थोक विक्रेता हैं, जो किसानों से सब्जी खरीदकर थोक व फुटकर में बेचते हैं। टीटू ने बताया कि 11 अक्तूबर की रात करीब साढे़ आठ बजे उनका छोटा बेटा विराट घर के बाहर से लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद उन्होंने बादशाही नाका में गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
शुक्रवार रात घर के पास स्थित बंद महिला सुलभ शौचालय से बदबू आने से लोगों ने सुलभ शौचालय के केयर टेकर से दरवाजा खोलने का कहा। दरवाजा खोलने पर कंबल में लिपटा विराट का शव मिला। मासूम का शव मिलने की सूचना पर फोरेंसिक टीम और भारी फोर्स संग मौके पर पहुंचे एडीसीपी पूर्वी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने जांच पड़ताल शुरू की।
प्राथमिक जांच में पता चला कि मासूम का गर्दन टूटा और एक हाथ जला हुआ था। इससे नाराज परिजनों और इलाकाई लोगों ने विराट की हत्या कर शव फेंकने और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए।
इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। एडिशनल डीसीपी ने बताया कि बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट पहले ही दर्ज कर ली गई थी। जल्द ही हत्या का खुलासा कर आरोपियों को जेल भेजा जाएगा। फिलहाल केयर टेकर को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
टीटू ने बताया कि 10 साल पहले वह अमर सिंह की पार्टी से बिल्हौर से चुनाव लड़े थे, लेकिन वह हार गए थे। वह काफी सालों से शहर में ही रहकर व्यापार करते हैं। उनकी कोई राजनीतिक दुश्मनी भी नहीं है।