कानपुर : मंदिर के निकास द्वार बंद होने से भक्तों को होगी परेशानी

Local news उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। नगर के प्रसिद्ध शिव मंदिर में बरसों से भक्तोंं के दर्शन के लिए बनी परम्परा को तोड़ने के लिए वर्तमान महन्तों की टोली कोई कोर-कसर नहीं छोड रही है। महिलाओं के लिए निकास व वीआईपी लोगों के आवागमन के लिए बरसों से प्रयोग किया जा रहा निकास द्वार इस बार शिवरात्रि के मौके पर बन्द रखे जाने की सम्भावना व्यक्त की जा रही है।

शिवरात्रि के अवसर पर शहर के वीआईपी भक्तों का प्रवेश द्वार और महिलाओं के निकास के लिए अब मण्डप परिसर का प्रयोग किया जाएगा, जिससे उस स्थान पर भारी भीड़ जमा होने की संभावना है। आवाजाही के रास्ते को एक किए जाने का भक्तोंं पर असर पड़ रहा है। भक्तों का मानना है कि जो प्रथा या फिर दर्शन करने के लिए परम्परा का निर्वहन किया जा रहा था, वो ही रहे तो भक्तों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

google.com, pub-3161711413977012, DIRECT, f08c47fec0942fa0

गौरतलब है कि परमट स्थित बाबा आनन्देश्वर मन्दिर में भक्तों के लिए चार द्वारों से प्रवेश व निकास होता है। जबकि सावन और शिवरात्रि के मौके पर दो द्वार बन्द कर दिए जाते हैं और एक से पुरुषों और दूसरे से महिलाओं की निकासी की जाती है। महिलाओं के निकास द्वार का मुख द्वारिकाधीश मन्दिर की ओर से है, जिसे इस बार महन्तों की टोली ने उसे बन्द करने का निर्णय लिया है।

हालांकि अभी उनके इस निर्णय पर अन्तिम मुहर लगी नही है। लेकिन, भक्तों तक यह बात किसी भी माध्य्म से पहुंच गयी है जिसका धीरे–धीरे विरोध भी शुरू हो गया है। कई भक्तों ने द्वारिकाधीश मन्दिर के मैनेजर उमाकान्त मिश्रा से फोन कर पूछताछ भी की है जिसका वह जवाब देने में भी असमर्थ नजर आए। बतातें चलें कि मन्दिर में रोजाना भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए इसी द्धार का प्रयोग करते हैं। इस बार की शिवरात्रि पर द्वारिकाधीश मन्दिर की ओर का निकास बन्द रहेगा तो भक्तों की भीड़ एक ही स्थान पर एकत्रित भी रहेगी, जिससे छोटे-मोटे हादसे होने का डर बन गया है।

यह भी पढ़ें…

गणेश मन्दिर, परमट के मुख्य पुजारी दिलीप तिवारी ने कहा कि महिलाओं का निकास द्वार बीते कई दशकों से द्वारिकाधीश मन्दिर की ओर से ही रहा है। मन्दिर में बाहर से आए महन्तों ने अब ये नई परम्पंरा शुरु करने का प्रयास किया है। इससे भक्तों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।