Kanpur, Bhupendra Singh : बारिश के चलते ग्रीनपार्क मैदान में होने वाला मैच एक बार फिर से दावों की भेंट चढ गया। ड्रेनेज सिस्टम को सही करवाने के लिए यूपीसीए ने भरसक प्रयास कर डाले लेकिन उनका हर प्रयास सफलता के आयाम नही छू सका। मैदान में बारिश का पानी भरने की प्रक्रिया को रोकने में यूपीसीए की ओर से जितने भी जतन किए गए वह हवा हवाई साबित हुए। विकेट निर्माण और आउटफील्ड में विशेषता हासिल करने वाले भी मैदान में पानी भरने से रोकने में असफल साबित रहे। कोरोना काल के दौरान लगभग 30 लाख रुपए की लागत से बनाए गए ड्रेनेज के बाद एक घन्टे के भीतर ही मैच शुरु कराने का दावे करने वाला यूपी क्रिकेट संघ के सारे दावे फेल होते दिखायी दे गए।
गौरतलब है कि ग्रीनपार्क में बीती 10 सितम्बर से रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज खेली गयी जिसमें 4 मैच तो मौसम की मेहरबानी से पूरे खेले गए। 5वें मैच से पहले थोडी सी बारिश ने कुछ खेल बिगाडने की कोशिश की लेकिन किसी तरह से मैच पूरा हो सका। 6 ठवें मैच से पहले हुयी लगातार बारिश ने यूपीसीए की पूरी पोल ही खोलकर रख दी। ग्रीनपार्क में बारिश से मैच धुलने की ये कोई नई गाथा नही है इससे पहले भी दिलीप ट्राफी और रणजी ट्राफी के अहम मुकाबले नही पूरे नही खेले जा सके थे।इससे पहले भी कई मैचों के दौरान बारिश के चलते मैदान में कई इन्च पानी भर जाता था जिससे वह भी पूरे नही खेले जा सके थे।
बतातें चलें कि ग्रीनपार्क में आउटफील्ड के ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए मैदान के चारों ओर कई फिट की नालियों का निर्माण भी किया गया था। मैदान की लेवलिंग के लिए पिच से लेकर दीवार तक ढाल बनायी गयी और जिसमें कम से कम 30 लाख की लागत आयी थी। वह कार्य पूरी तरह से विफल रहा और एक बार फिर से सारे दावे पूरी तरह से फेल हो गये।