कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। वैश्विक महामारी कोरोना का प्रभाव लगभग समाप्त चुका है। इसी का नतीजा है कि हैलट में बने डेडिकेटेड कोरोना अस्पताल में पिछले करीब एक महीने से एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है। इसको देखते हुए फैकल्टी मेंबर्स ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला से डेडिकेटेड अस्पताल की पहली मंजिल पर बने आइसोलेशन वार्ड को सामान्य वार्ड में तब्दील करने की मांग की है।
प्राचार्य डॉ संजय काला ने बताया कि शहर में कोरोना के मरीज अब नाम मात्र के रह गए हैं। इसको देखते हुए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने इस ब्लॉक की पहली मंजिल को सामान्य वार्ड में कन्वर्ट करने का मन बना लिया है। अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इसी को देखते हुए कोरोना के ब्लॉक में दूसरी मंजिल को डेडिकेटेड कोरोना वार्ड के लिए रिजर्व रखा जायेगा। ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर को अब सामान्य वार्ड की तरह इस्तेमाल किया जायेगा।
कोरोना ब्लॉक में ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर, रेस्पिरेटरी एनालाइजर, एंडोस्कोपी मशीन, वॉल्वे और वेंटीलेटर को हैलट के अलग अलग वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। साथ ही वहां से कुछ स्टाफ को भी इमरजेंसी में शिफ्ट करने की मांग की गयी है। जैसे इमरजेंसी में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक्स्ट्रा बेड लगवाने पड़ते है उनमें ऑक्सीजन पाइपलाइन की कनेक्टिविटी न होने के कारन ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर का इस्तेमाल किया जाएगा।
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