कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने मोहर्रम को लेकर शनिवार रात को पुलिस अफसरों के साथ बैठक की। मोहर्रम का आयोजन परंपरागत तरीके से ही होगा। कोई भी नई प्रथा नहीं शुरू की जाएगी। ताजिए के हर जुलूस पर पुलिस की कड़ी निगरानी रहेगी। इसके साथ ही पैकियों का जुलूस नहीं निकाला जाएगा। किसी भी तरह का अस्त्र-शस्त्र लेकर चलना और प्रदर्शन करने पर पूरी तरह से रोक है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि सुरक्षा के साथ अन्य विभागीय अफसरों के साथ बैठक करके बिजली, पानी और सफाई का इंतजाम भी कराया जा रहा है। थाना स्तर पर बैठकों का आदेश दिया गया है। इससे कि किसी भी स्तर की समस्या का जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग हो सके। एक वॉट्सऐप ग्रुप आयोजन कमेटी के लोगों के साथ बना लें, जिसमें आने वाली समस्याएं हल करते रहें। पैगी जुलूस न निकालने के फैसले को लेकर भी मौलवी-मौलानाओं से लगातार संपर्क में रहें। बैठक में सभी जोन के डीसीपी, एसीपी,थाना प्रभारी रहे मौजूद।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले को सीधे जेल
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि भ्रामक खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके चलते पहले से अलर्ट कर दिया गया है कि सोशल मीडिया पर किसी भी तरह का भड़काऊ या फिर माहौल बनाने वाला मैसेज वायरल नहीं करें। अगर कोई पकड़ा गया तो उसके खिलाफ FIR दर्ज करके जेल भेज दिया जाएगा। जॉइंट पुलिस कमिश्नर आनन्द प्रकाश तिवारी ने कहा कि बकरीद के सफल और शांतिपूर्वक आयोजन के बाद अब मोहर्रम को लेकर तैयार रहे।
जो खुराफाती और अमन चैन के दुश्मन और माहौल बिगाड़ने के लिए मौका तलाशते हैं। उन्हें चिह्नित कर लिया जाए। बीते 10 सालों के कार्यक्रम का रिकॉर्ड निकाल लें, इसमें जो कुछ भी कमियां रह गई हों या किसी ने अशांति पढ़ाने की कोशिश की हो, उस पर बारीकी से नजर रखें। इससे माहौल बिगाड़ने से पहले आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।