कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। थाना गोविंद नगर क्षेत्र में क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच द्वारा की गई कार्रवाई के दौरान 10,000 से अधिक प्रीएक्टीवेटेड सिम बरामद किये गए। साथ ही दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
क्राइम ब्रांच की टीम ने इनके पास से 700 से अधिक फर्जी आधार कार्ड बरामद किए, जिन्हें फर्जी कागजातों से बनाया जाता था। बरामद सभी मोबाइल सिम कार्ड वोडाफोन आइडिया कंपनी के हैं। इन सिमों का इस्तेमाल ठगी के लिए फर्जी फोन कॉल करने में किया जाता था। इनको फर्जी आधार कार्ड द्वारा एक्टिवेट किया जाता था। सिम का प्रयोग छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश में होता था।
ऐसे हुआ खुलासा : चकेरी निवासी शानू जो ट्रांसपोर्ट का काम करता है, उसके पास गत 17 नवंबर को खुद को फौजी बताने वाले युवक का फोन आया। युवक ने कहा कि मेरा तबादला हो चुका है। सामान को ट्रांसपोर्ट करने के लिये एक गाड़ी की आवश्यकता है। इसके बाद शानू को उसने एक रुपये भेजने के लिये कहा। पहले तो शानू ने मना किया लेकिन उसने बोला मेरा सरकारी खाता है, यही प्रक्रिया अपनानी पड़ेगी।
इसके बदले तुम्हे दो गुने पैसे वापस मिलेंगे। शानू ने एक रुपया भेजा तो वापस दो रुपये आए। 500 भेजे तो एक हजार आए। फिर पांच हजार भेजे तो वापस नहीं आए। कुछ दिन बाद फोन आया तो बोला नेटवर्क की दिक्कत थी। तुम 15 हजार भेज दो अभी दो गुना आएगा, इसके बाद न फोन आया और न पैसे।
ठगे गये शानू ने थाना चकेरी में शिकायत की तो मामला क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा। क्राइम ब्रांच ने अपनी साइबर सेल को जांच के लिये लगाया तो पता चला कि फोन शुक्लागंज के पास से किया गया था, लेकिन जो सिम है उसे गोविंद नगर से एक्टिवेट किया गया था। इस पर क्राइम ब्रांच ने और गहन जांच करते हुए वोडाफोन आइडिया कंपनी के फर्जी डिस्ट्रीब्यूटर बनकर सिम एक्टिवेट करने वाले दो युवकों को दबोच लिया।
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