कानपुर/भूपेंद्र सिंह: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद की ओर से तकनीकी संस्थानों को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन की मान्यता लेना जरूरी हो गया है। प्राविधिक शिक्षा निदेशालय और शोध विकास एवं प्रशिक्षण संस्थान (आइआरडीटी) ने प्रदेश के पॉलिटेक्निक संस्थानों को भी मान्यता दिलाने की योजना है।
पहले चरण में 40 सिर्फ संस्थान.. पहले चरण में 40 संस्थानों को चुना गया है। अब अगले वर्ष तक कम से कम एक ब्रांच को मान्यता दिलाई जा सकेगी। एनबीए की टीम संस्थानों का निरीक्षण करेगी। उससे पहले संस्थानों की सुविधाएं बढ़ी तो ठीक नहीं तो मान्यता निरस्त की जा सकती।
नई शिक्षा नीति अच्छे के लिए है न की बुरे के…
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत पॉलिटेक्निक में शिक्षा और प्रशिक्षण की व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक लाभ मिल सके, उसके लिए प्रयास शुरू हो गए हैं। इसमें जहां कक्षाओं को आधुनिक किया जा रहा है। उसे आनलाइन पढ़ाई के लिए तैयार किया जा रहा है, वहीं कार्यशाला और प्रयोगशालाओं के उच्चीकरण के प्रयास जारी हैं। संस्थानों को एनबीए से मान्यता दिलाई जाएगी।
इसके लिए छात्र-शिक्षकों का अनुपात बराबर होगा। संसाधन बेहतर किए जाएंगे। छात्रों को संस्थान से और अच्छी सुविधाएं मिल सकेंगी। प्राविधिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार ने बताया कि एनबीए एक्रीडिटेशन से छात्रों को काफी लाभ मिलेगा। एनबीए के लिए टीम आएगी। संस्थान का पूरा निरीक्षण करेगी। कम से कम एक कोर्स को नए सत्र से मान्यता दिलाने की तैयारी है।