अधिवक्ताओं पर हो रहे हमलों से आक्रोशित संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री से की सीबीआई जांच की मांग

कानपुर

कानपुर/भूपेंद्र सिंह। अधिवक्ता कल्याण संघर्ष समिति ने सूबे के मुखिया योगी आदित्य नाथ से अधिवक्ता राजाराम वर्मा हत्याकांड और कई दिनों से गायब अधिवक्ता आशिक अली मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। संघर्ष समिति के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर उनकी बात को मुख्‍यमन्‍त्री तक पहुंचाने की बात दोहरायी। संघर्ष समिति संयोजक पं रवीन्द शर्मा ने कहा कि अधिवक्ताओ पर निरंतर हमले हो रहे हैं उनकी हत्या तक की जा रही है अधिवक्ता प्रकरणों में पहले तो रिपोर्ट नहीं लिखी जा रही और यदि दबाव में रिपोर्ट लिख भी दी तो उसकी निष्पक्ष जांच नहीं हो रही। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण गायब अधिवक्ता आशिक अली का मामला है जिसमें पुलिस ने अंतिम रिपोर्ट लगा दी जिसे न्यायालय ने खारिज कर पुनः विवेचना का आदेश दिया।

इसी प्रकार कुछ दिन पूर्व करोड़ों की जमीन के मामले को लेकर अधिवक्ता राजाराम जी की हत्या कर दी गई। खबरों के अनुसार हत्याकांड में काफी बड़े लोगों का षड्यंत्र है हो रही जांच के तरीकों से अधिवक्ताओं में रोष है हत्या के षड्यंत्र का पता लगाने और मामले की गंभीरता को देखते हुए व न्यायालय के अधिकारी अधिवक्ता, की हत्या से जुड़ा मामला होने के कारण इसकी सीबीआई जांच हो तभी सच सामने आ सकता है हमारी मुख्यमंत्री से मांग है कि राजाराम वर्मा हत्याकांड और आशिक अली के मामलों की सीबीआई से जांच कराए ताकि दोनों अधिवक्ताओं के मामले का सच सामने आ सके और सभी दोषियों और षड्यंत्र कारियो को पकड़ा जा सके।

जिलाधिकारी के प्रतिनिधि एसीएम तृतीय जेएल सरोज ने आकर अधिवक्ताकओं ने ज्ञापन प्राप्त कर उन्हे् कार्यवाई करवाए जाने का आश्वासन भी दिया। ज्ञापन देने वालों में प्रमुख रूप से शेष कुमार बाजपेई एस के सचान नमन गुप्ता मो नासिर खान सर्वेश त्रिपाठी हिमाचल निषाद संजीव कुमार ओम प्रकाश श्रीवास्तव प्रशांत मिश्रा प्रमोद यादव सुधीर शर्मा अज्जू यादव विनोद शर्मा अनिल अग्निहोत्री सुनील यादव अंकित शर्मा कमल रूमी संजीव कपूर इंद्रेश मिश्रा शाहिद जमाल आदि रहे।

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