कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। अफसरों के रवैये से नाराज सिगनेचर सिटी के निवासियों ने केडीए पहुंचकर जमकर हंगामा किया। प्राधिकरण कर्मचारियों से परेशान लोगों ने धक्का-मुक्की भी की। एक आक्रोशित महिला ने कर्मचारी नेता पर चप्पल भी चला दी। हंगामा बढ़ने पर पुलिस बुलानी पड़ी। शहर के विकास नगर इलाके में प्राधिकरण ने सिग्नेचर सिटी नाम से बहुमंजिला इमारतें बनाई है। यहां बने अधिकतर फ्लैट केडीए ने ऊंचे दामों पर विक्रय कर दिये हैं।

यहां रह रहे लोगों का आरोप है कि ऊंची कीमत पर फ्लैट खरीदने के बाद भी प्राधिकरण उन्हें मूलभूत सुविधाएं मुहैया नहीं करा रहा है। जबकि मेंटिनेंस चार्ज के नाम पर हर फ्लैट मालिक से 3-3 लाख रुपए अतिरिक्त जमा कराए गए हैं। पूरी सोसाइटी में जगह-जगह गंदगी फैली हुई है। लिफ्ट भी नहीं चल रही है। सुरक्षा की दृष्टिकोण से सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगाया जाए। जबकि आवंटन के समय यह सभी सुविधाएं मुहैया कराने का वादा किया गया था।
बार बार शिकायत के बाद भी अधिकारी कुछ सुनने को तैयार नहीं हैं। इसी पर आज सभी लोग केडीए उपाध्यक्ष से मिलने प्राधिकरण पहुंचे। उनकी गैरमौजूदगी में सचिव से अपनी बात कही है। केडीए सचिव ने बताया कि आवंटियों की समस्याओं का जल्द निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने कर्मचारियों और आवंटियों के बीच धक्का-मुक्की की बात भी स्वीकारी।
मामले में नगर निगम विकास प्राधिकरण जलकल कर्मचारी समन्वय संघ के अध्यक्ष बचऊ सिंह ने बताया कि मेरे ऊपर कोई चप्पल नहीं चलाई गई है। किसी महिला ने चप्पल जरूर उठाई थी, लेकिन वो मुझे नहीं लगी है। मैं केडीए सचिव दफ्तर में इसलिए गया था कि वहां धरना देने आए लोग काफी देर से हंगामा कर रहे थे। केडीए सचिव दफ्तर को उन्होंने घेर लिया था। प्रदर्शन करने आए लोगों ने बाद में माफी मांगी और कहा कि वे नहीं जानते थे कि मैं यहां यूनियन का अध्यक्ष हूं।