कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। एसटीएफ ने सॉल्वर गिरोह को लेकर खुलासा किया कि बिहार में अविनाश कुमार शर्मा वहीं से 300 सॉल्वर का गिरोह संचालित कर रहा है। जो देश के किसी भी हिस्से में जाकर वास्तविक परीक्षार्थियों के बदले परीक्षा दे देते हैं। एसटीएफ प्रभारी ने बताया कि बिहार निवासी अविनाश कुमार शर्मा के गिरोह में ऐसे सॉल्वर शामिल हैं जो कि बड़े स्तर की परीक्षाओं में सम्मिलित नहीं होते।
मल्टीटास्किंग या फिर इसके जैसी अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में अविनाश शर्मा के सॉल्वर बैठते हैं। अभ्यर्थियों से वह हर परीक्षा से 1-2 लाख रुपए वसूलता है। एसटीएफ प्रभारी के मुताबिक इस काम में अविनाश का पार्टनर पुरुषोत्तम है। पुरुषोत्तम फर्जी आधार, पैन, निर्वाचन कार्ड आदि आईडी कार्ड बनवाता है। अविनाश पुरुषोत्तम को 40 प्रतिशत रुपए देता है।
अविनाश कुमार शर्मा जब सॉल्वरों और वास्तविक परीक्षार्थियों को कहीं परीक्षा देने भेजता है तो उसी में वह एक को अपना एजेंट भी बना लेता है। सभी को ले जाने, आराम से रखने और खाने पीने की पूरी व्यवस्था के लिए 25 हजार रुपए प्रति व्यक्ति उस एजेंट को दिया जाता है। गिरफ्तार छह आरोपितों में उसने सतीश कुमार को अपना एजेंट बनाया था।
वहीं एसटीएफ प्रभारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि अविनाश शर्मा अभ्यर्थियों से नकदी और खाते में भी पैसा लेता है। उसके तीन खातों के बारे में जानकारी मिली है जिसपर एसटीएफ काम कर रही है। एसटीएफ की पूछताछ में अमरेन्द्र ने बताया कि उसने अविनाश और पुरुषोत्तम के कहने पर इससे पूर्व सात स्थानों पर दूसरे की जगह परीक्षा दी है। वह नालंदा यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है।