दिनभर की हलचल-लुढ़कते पारे के बीच सियासी गरमी की चुनावी खबरें

कानपुर
  • शिवपाल सिंह यादव गुन्नौर से बेटा आदित्य जसवंतनगर से प्रत्याशी
  • योगेंद्र यादव ने भी थामा सपा का दामन, अखिलेश से बातचीत जारी
  • मुलायम के समधी विधायक हरिओम यादव को अखिलेश ने निकाला
  • भाजपा को झटका गूर्जरो के कद्दावर नेता अवतार सिंह भड़ाना रालोद में
  • हाथ छोड़कर विधायक नरेश सैनी ने पकड़ा भारतीय जनता पार्टी का हाथ

चुनाव डेस्क। पारा चाहे जितना लुढ़कता रहे और सरदी का सबब बने पर चुनावी मौसम में सियासी हलचल ने गरमी पैदा कर दी है। आरोप-प्रत्यारोप राजनीति के बीच भाजपा से टूटकर सपा में जाने वालों का सिलसिला अभी थमा नहीं। मंत्री दारासिंह चौहान का इस्तीफा देकर सपा में जाने की घटना ने सियासी गुणाभाग के नये समीकरण पैदा कर दिए। पार्टियों को लग रहा है कि पिछड़ी जातियों का भाजपा से मोहभंग होने की यह शुरुआत है। और यदि ऐसा है तो परिवर्तन की लहर समझिये चल पड़ी है।

रिश्ते में मुलायम सिंह यादव के समधी लगने वाले विधायक हरिओम यादव को आज ही सपा से निष्कासित कर दिया गया। तो बेहट से कांग्रेस विधायक नरेश सैनी भाजपा में शामिल हो गये। स्वराज इंडिया के अध्यक्ष किसान नेता योगेंद्र यादव सपा कार्यालय पहुंच गए हैं। उनके भी शामिल होने की अटकले तेज हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के यहां दिन भर प्रत्याशी तय करने से से लेकर सीटों के समायोजन पर बैठक चलती रही।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने पुत्र आदित्य के साथ पहुंचे। आदित्य को जसवंतनगर से चुनाव लड़ाने पर सहमति बनी तो शिवपाल गुन्नौर शिफ्ट हो गए। सूत्रों के मुताबिक़ शिवपाल को छह सीटें ऑफ़र की गई हैं, जिस पर सहमति लगभग बन गई है। शिवपाल को दी जाने वाली सीटों में गुन्नौर, जसवंतनगर, भोजपुर, जसराना, मुबारकपुर और ग़ाज़ीपुर की एक सीट शामिल हैं।

दूसरी तरफ गूर्जरों ने भाजपा को तगड़ा झटका दिया। चार सांसद रहे वर्तमान भाजपा विधायक अवतार सिंह भड़ाना जयंत चौधरी की मौजूदगी में राष्ट्रीय लोकदल में शामिल हो गए। शरद पवार की एनसीपी को बुलन्द शहर की अनूप शहर सीट दी गयी जहां से के के शर्मा प्रत्याशी होंगे । ममता बैंनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को मिर्जापुर की मड़िहान सीट दी गई यहां से ललितेश पति त्रिपाठी चुनाव लड़ेंगे। ललितेश कांग्रेस के ब्राह्मण चेहरा माने जाते थे। खबर यह भी है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थकों के इस्तीफे का सिलसिला जारी है।

जसवंत नगर सीट से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी मनीष यादव पत्रा ने भी पार्टी की सदस्यता से दिया इस्तीफा दे दिया है। भाजपा पर समाज के लोगों को अपमानित, तिरस्कृत और उचित सम्मान न देने का आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा कि जहां स्वामी प्रसाद मौर्य जाएंगे वहीं हम भी उनके साथ कंधे से कंधा मिला साथ खड़े रहेंगे। मनीष पतरा की गिनती जनपद इटावा के जनाधार वाले युवा नेताओं में होती है। बताया जाता है कि सपा की सूची दो चरणों की कल आएगी।

उधर यूपी चुनाव के लिए बीजेपी ने 118 टिकट फाइनल किए। 18 से 20 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया गया। भाजपा में सौ से ज्यादा विधायकों के टिकट कटने के साथ ही 50 के करीब का विधानसभा क्षेत्र भी बदलन की तैयारी है। कभी बसपा में प्रभावशाली नेता रहे बाबू सिंह कुशवाहा भाजपा के संपर्क में हैं।

इस बीच यादव की उपजातियां कमरिया और घोसी का भी मामला गरम है। घोसी यादवों के सिरमौर समझे जाने वाले चौधरी हरमोहन सिंह यादव की तीसरी पीढ़ी भाजपा में शामिल होने वाली है। सपा सांसद चौधरी सुखराम सिंह यादव के पुत्र मोहित ऐसा बयान दे चुके हैं। यह खबर भाजपा के लिए थोड़ा राहत देने वाली है पर इतने से बात नहीं बनती।