पंजाब में प्रधानमंत्री का काफिले रोकने पर विवादित ट्वीट करने का मामला
कोर्ट ने 22 जनवरी तक नजीराबाद पुलिस से मांगी रिपोर्ट
कानपुर/अनुपम दीक्षित। कांग्रेस के पूर्व एमएलसी और गुरु सिंह सभा के चेयरमैन सरदार कुलदीप सिंह ने बिठूर भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा के खिलाफ कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। इसमे उन्होंने पीएम के काफिले के बाद किए गए विधायक के ट्वीट को मुद्दा बनाया है। प्रभारी विशेष न्यायालय एमपी/एमएलए कोर्ट ने इस मामले में नजीराबाद पुलिस से 22 जनवरी तक रिपोर्ट मांगी है।
पूर्व एमएलसी ने कोर्ट को दिए प्रार्थना पत्र में कहा कि समाचार पत्रों के माध्यम से उन्हें जानकारी हुई कि विधायक ने दो समुदाय के बीच आपस में वैमनस्यता और कटुता फैलाने विरोधी बयान दिए हैं। प्रार्थना पत्र के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कफिला फंसने पर उनकी सुरक्षा में हुई चूक को लेकर विधायक ने एक ट्वीट किया जिसमें सिखों को धमकी दी गई थी कि इंदिरा गांधी समझने की भूल न करना।
नरेंद्र दामोदर दास मोदी नाम है….लिखने को कागज और पढ़ने को इतिहास न मिलेगा।इस ट्वीट के बाद से सिख समाज में घबराहट पैदा हो गई। कई परिवार परेशान हो गए और फोन व घर पर आकर पूछा कि फिर वही परिस्थितियां पैदा हो गईं तो पंजाब पलायन कर जाएंगे। उनके पास आने वालों में 1984 के दंगे में लूटे गए कई परिवार भी शामिल थे। इस तरह से विधायक ने दो समुदाय के बीच वैमनस्यता और कटुता फैलाने का काम किया है। आगे कहा गया कि नजीराबाद पुलिस को प्रार्थना पत्र दिया गया था लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। मामले में अधिवक्ता अत्रि शर्मा और राघवेंद्र पांडेय ने बताया कि न्यायालय ने पुलिस से रिपोर्ट मांगी है।
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