Bhupendra Singh : ग्रीनपार्क के पूर्व विकेट निर्माणकर्ता अब ग्रीनपार्क में वापसी और वहां पर तैनात दूसरे क्यूूूूूरेटर को हटवाने को लेकर पूर्व विकेट निर्माणकर्ता अब उप निदेशक खेल के साथ मिलकर कर रहे साजिश रच रहे हैं। वह ग्रीनपार्क में तैनात यूपीसीए के दूसरे पिच क्यूरेटर को वहां से हटवाने के लिए अब तक कई बार प्रयास कर चुके हैं लेकिन हर बार उन्हे नाकामी का सामना करना पडा है। गौरतलब है कि अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में लगातार विकेट के मामले में किरकिरी कराने वाले पूर्व विकेट निर्माणकर्ता को लगभग एक साल पूर्व ग्रीनपार्क से हटा दिया गया था।
इसके बावजूद भी वह लगातार ग्रीनपार्क में आयोजित होने वाले क्रिकेट मैचों के लिए जबरन अपनी उपयोगिता हासिल करने में लगे हुए हैं। बीसीसीआई की पिच और ग्राउन्डसमैन लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा में लगातार दो बार फेल होने वाले विकेट निर्माणकर्ता को ग्रीनपार्क से मोह भंग होने का नाम ही नही ले रहा है। वह ग्रीनपार्क में वापसी को लेकर बीते एक साल से ही हर संभव प्रयास में लगे है। इसमें उनका साथ यूपीसीए के कुछ अधिकारी भी देते आ रहे हैं हाल ही में इस मामले की शिकायत भी संघ के शीर्ष पदों पर बैठे सदस्यों से की गयी थी जिसके लिए उन्हे मुंह की खानी पडी थी।
बतातें चलें कि बीती 10 से 15 सितम्बर के बीच ग्रीनपार्क स्टेडियम में लीजेण्डस क्रिकटरों की वर्ल्ड सीरीज के लिए भी उन्होंने अपने निकट अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रच कर अपनी तैनाती करा ली थी। उन्हे् यह उम्मीद रही थी कि उस आयोजन के बाद उनकी ग्रीनपार्क में वापसी किसी के भी रोके नही रुकेगी। आला अधिकारी ने उनकी वापसी पर चुप्पी साध ली थी।
बीते नवम्बर महीने में 24 तारीख को भी इसी तरह का प्रकरण घटा यूपी और झारखण्ड की अण्डर-19 कूच बिहार ट्राफी के लिए मैच में भी अपनी उपयोगिता साबित करने की कोशिश की लेकिन सफल नही हो सके और उल्टेे शिकायत अवश्य ही ऊपर पहुंच गयी जिस पर लताड मिली। हाल ही में जिला प्रशासन के मैच में वह खेल विभाग की नगर इकाई के आला अधिकारी के साथ मिलकर ग्रीनपार्क में पूरे दिन यूपीसीए के दूसरे पिच क्यूरेटर को वहां से हटवाने के लिए साजिश रचते रहे।
उन्होंने मीडिया कर्मियों को मैदान पर पानी भरने और क्यूरेटर की नामौजूदगी की खबर दे दी। मीडिया कर्मियों ने भी बिना जांच पडताल के उस खबर को वायरल कर दिया जिससे उनकी भी फजीहत हुयी और समय पर मैच पूरा होने से सारा सच सामने सामने आ गया। यूपीसीए के पिच और ग्राउन्डसमैन कमेटी के चेयरमैन ने इस मामले पर बोलने से मना कर दिया।