कानपुर/ भूपेंद्र सिंह। शहर और आसपास के जिलों में थोड़ी राहत के बाद भीषण पड़ रही गर्मी ने एक बार फिर से अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। मार्च के पहले हफ्ते से शुरू हुई गर्मी ने शहर और आसपास के जिलों में अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। रिकार्ड तोड़ पड़ रही गर्मी के कारण लोगों का भी बुरा हाल है। पसीना निकलने से फंगल इंफेक्शन हो रहा है, साथ ही शरीर में पानी की कमी हो रही है।
ऐसे मरीज सरकारी अस्पतालों के साथ साथ निजी अस्पतालों और छोटे नर्सिंग होम में भी पहुंच रहे है। लोगों को स्किन इन्फेक्शन के अलावा डायरिया, वायरल फीवर, डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियों से जूझ रहे है। बुधवार 12 बजे तक सिर्फ हैलट अस्पताल की ओपीडी में इलाज के लिए करीब 32 लोगों को भर्ती किया गया है इनमें छह बच्चे भी हैं, जो बुखार, डायरिया और शरीर में पानी की कमी की शिकायत है। अस्पताल पहुंच रहे मरीजों में सबसे ज्यादा भीड़ मेडिसिन ओपीडी में देखने को मिली।
मेडिसिन विभाग के डॉ एसके गौतम ने बताया कि, लोग अक्सर गर्मी में खानपान में लापरवाही करते है जिससे उनकी सेहत पर यह भारी पड़ जाता है। उल्टी दस्त से बेहाल होकर मरीज यहां आ रहे है। मरीजों को वायरल डायरिया और बैक्टीरियल इंफेक्शन हो रहा है। लापरवाही बरतने से शरीर में पानी की कमी होने से किडनी पर भी असर पड़ रहा है। अब तक सुबह से करीब 32 मरीज भर्ती हो चुके है। त्वचा रोग विभाग में भी लोग अपनी परेशानी लेकर पहुंच रहे है। डॉ प्रशांत ने बताया कि गर्मी में ज्यादा पसीना निकलने से खुजली, दाद और फंगल इंफेक्शन के मरीजों की संख्या ओपीडी में बढ़ गई है। फिलहाल इनको अस्पताल में भर्ती नहीं किया जा रहा लेकिन इतनी तादाद में मरीजों के पहुंचने से ओपीडी में लोड बढ़ गया है।
हैलट का बाल रोग विभाग जो पहले से ही फुल चल रहा है, वहां पिछले 24 घंटों में ओपीडी में बुधवार सुबह 12 बजे तक करीब 208 बच्चे पहुंचे। बाल रोग विभाग के डॉ अमितेश यादव ने बताया कि, इन बच्चों में में ज्यादातर को वायरल और पेट का इन्फेक्शन था, इनमे से छह बच्चों को भर्ती किया गया है। भर्ती हुए छह बच्चों में बुखार, वायरल और डायरिया की शिकायत है।
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