इकाना की नई पिच स्क्वायर तैयार करने में खर्च होंगे 1 करोड़ रुपए

कानपुर

कानपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने आगामी विश्वकप के लिए इकाना क्रिकेट स्टेडियम में चार मैचों के लिए तैयारी शुरू कर दी है| 2017 में निर्मित इस स्टेडियम की पिच को लेकर मची किच किच के बाद संघ ने इन पिचो को दुरुस्त करने का निर्णय लिया है |जिसमें लगभग 1 करोड़ रुपए का खर्च आएगा 9 विकेट के स्क्वायर को नए सिरे से बनाने की कवायद शुरू हो गई है| बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के विकेट को निर्माण करने में प्रत्येक विकेट का खर्च लगभग 7 से 8 लाख रुपए आता है |इकाना स्टेडियम में विकेटो के स्क्वायर पर लगभग करोड़ रुपए वहन हो जाएंगे |अगस्त महीने तक विकेटो का निर्माण तो हो जाएगा इसके बावजूद वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने लायक माने जाएंगे यह कह पाना बड़ा मुश्किल है|

विकेटो का निर्माण से ताल्लुक रखने वाले विशेषज्ञों के राय के मुताबिक किसी भी विकेट के नवीनीकरण के बाद या नवनिर्माण के बाद उसे 2 सीजन बारिश मिले तो वह खेलने लायक बन पाता है| विश्व कप से पहले इकाना स्टेडियम की नव निर्माण पिचों को एक ही बारिश मिलने की संभावना है |गौरतलब है कि इस वर्ष अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विश्व कप के लिए अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम की पिचों को नए सिरे से तैयार करने का काम शुरू हो गया है। आइपीएल के मुकाबलों में बेहद कम उछाल की वजह से बल्लेबाजी करने में काफी पेरशानी हुई। इस वर्ष 29 जनवरी को भारत-न्यूजीलैंड टी-20 मैच में तो रिकार्ड ही बन गया था।

इस मुकाबले में दोनों टीमों की ओर से एक भी छक्का नहीं लग पाया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) ने पूरा स्क्वायर बनाने का फैसला किया पूरे स्क्वायर से करीब एक फीट तक मिट्टी हटाई जा रही है। सभी पिचें नई मिट्टी से बनेंगी। विश्व कप से पहले इसे पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। 27 मई को बीसीसीआई में बैठक हुई जिसमें इकाना स्टेडियम को बीसीसीआई के अधिकारियों ने खारिज कर दिया और पिचों के कारण तत्काल प्रभाव से इकाना स्टेडियम में मैच आयोजित करना बंद कर दिया |अब इकाना स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय नियमों के मुताबिक पिच बनाने की कीमत चुकानी होगी। यूपीसीए 9 पिचों के विकास के लिए एक पैसा नहीं देगा।

कई बार अखबार लिख रहे थे कि इकाना स्टेडियम की पिच ठीक नहीं है लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया. पिचों को नए सिर से तैयार करने के लिए आइपीएल शुरू होने से पहले ही योजना बना ली गई थी। इसके लिए ओडिशा से काली और महाराष्ट्र से लाल मिट्टी मंगाई गई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पिच क्यूरेटर बीसीसीआइ के पिच क्यूरेटर तापोश चटर्जी की देखरेख में कार्य संचालित किया जा रहा है। यूपीसीए के एक पदाधिकारी ने बताया कि अगस्त तक पूरा स्क्वायर तैयार हो जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि यूपीसीए आगामी विश्वकप को लेकर सभी प्रकार के तैयारियों में जुटा है और अब बीसीसीआई के अधिकारी सभी राष्ट्रीय मैचों को ग्रीनपार्क स्टेडियम, कानपुर में आयोजित करने के लिए पास हुए। सरकार ने कई बदलाव किए और ग्रीनपार्क स्टेडियम के उत्थान के लिए 224 करोड़ रुपये रखे। सभी काम पूरे हो चुके हैं और अब केवल 25000 के बजाय 65000 लोगों के बैठने की क्षमता बढ़ाई जाएगी। कुछ महीने पहले ही सरकार को सीटिंग का प्रस्ताव भेजा जा चुका है और सभी कागजी काम पूरे हो चुके हैं, अब काम शुरू होने का इंतजार है। ग्रीनपार्क स्टेडियम का प्रत्येक कोना अप टू डेट है और अंतरराष्ट्रीय/राष्ट्रीय मैचों के आयोजन के लिए सभी औपचारिकताओं को पूरा करता है।