DESK : कानपुर में बिल्हौर में एक दलित नाबालिग से गांव के दबंग ने खेत में दबोचकर दुष्कर्म किया। मामले की जानकारी किशोरी ने परिजनों को दी, तो उन्होंने शिवराजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी। राजनैतिक दबाव के चलते पुलिस मामले पर लीपापोती करती रही। देर रात मामला अफसरों तक पहुंचा, तो दबाव पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। पीड़िता के पिता ने बताया कि मंगलवार सुबह पुत्री खेत की ओर गई थी। वहां पहले से घात लगाए बैठे गांव के अवनीश पुत्र राम शंकर पाल ने सन्नाटे का फायदा उठाते हुए जबरन दबोच कर दुष्कर्म किया।
इसके बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। बेटी ने घर पहुंचकर माता-पिता को मामले की जानकारी दी। परिजनों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पीड़ित परिवार पर ही लांछन लगाते हुए पूछताछ शुरू कर दी। इतना ही नहीं थाने में घंटों बैठाए रखा।
आरोपी के रसूखदार होने के चलते पीड़ित से समझौते का दबाव बनाया। शाम तक मामले की जानकारी सोशल मीडिया से एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह, एडीजी भानु भास्कर समेत अन्य अफसरों को होने पर उन्होंने मामले का संज्ञान लिया। थाना प्रभारी को फटकार लगाई, तब जाकर मामले में रिपोर्ट दर्ज हो पाई।
सीओ राजेश कुमार ने बताया कि मामले में तहरीर के आधार पर आरोपी अवनीश पाल के खिलाफ रेप, पॉक्सो एक्ट, एससी-एसटी एक्ट और मारपीट समेत अन्य धाराओं मे रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। पीड़ित बच्ची को मेडिकल के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट और मजिस्ट्रेटी बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार ने थानेदार पर आरोप लगाया है कि दोपहर को तहरीर दी और देर रात एफआईआर दर्ज की है। थाने में घंटों बैठाए रखा। इन सभी आरोपों की जांच की जा रही है।